भोपाल: दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना बनने जा रही हैं. आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर सहमति बन गई है. जल्द ही आतिशी, अरविंद केजरीबाल की जगह दिल्ली की बागडोर संभालेंगी. क्या आप जानते हैं कि दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने जा रहीं आतिशी का मध्य प्रदेश से गहरा ताल्लुक रहा है. मध्यप्रदेश में उन्होंने बेहद सक्रियता से काम किया है. एक तरह से उन्हें पहचान मध्यप्रदेश से ही मिली.
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2015 में जल सत्याग्रह में हुईं थीं शामिल
नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर बांध का जल स्तर बढ़ने की वजह से डूब में आए गांवों और लोगों के उचित विस्थापन को लेकर साल 2015 में खंडवा जिले में जल सत्याग्रह हुआ था. यह सत्याग्रह आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष रहे आलोक अग्रवाल ने शुरू किया था. आलोक अग्रवाल बताते हैं कि उनके इस जल सत्याग्रह में आतिशी भी शामिल हुई थीं. इस सत्याग्रह में वे कई दिनों साथ रहीं थीं. आतिशी इसके पहले ही आम आदमी पार्टी से जुड़ी हुई थीं, इसलिए उनका इस आंदोलन से जुड़ने के वजह से उनका नाम चर्चा में आ गया था.
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भोपाल में ही सबसे पहले पति प्रवीण से हुई थी मुलाकात
दिल्ली की सीएम बनने जा रही आतिशी के पति प्रवीण सिंह से पहली मुलाकात भोपाल में एनजीओ में काम करते समय हुई थी. इसके बाद दोनों ने एक साथ एनजीओ में काम किया और फिर दोनों विवाह बंधन में बंध गए. हालांकि आतिशी सक्रिय राजनीति में हैं जबकि उनके पति प्रवीण सिंह राजनीति से कोसों दूर रहते हैं. उनकी आतिशी के साथ फोटो सोशल मीडिया पर मुश्किल से ही देखने को मिलती है. कुछ साल पहले योगेन्द्र यादव ने एक ट्वीट कर प्रवीण सिंह की तारीफ करते हुए लिखा कि था कि "वह आतिशी के पति को अच्छे से जानते हैं. वह भी शानदार काम कर रहे हैं."
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मध्य प्रदेश में एनजीओ से जुड़कर 5 साल किया काम
आतिशी मार्लेना ने मध्यप्रदेश में एक एनजीओ से जुड़कर करीबन 5 साल तक काम किया है. बताया जाता है कि भोपाल से सटे गांवों में उन्होंने जैविक खेती और उन्नत शिक्षा आश्रम से जुड़कर काम किया. इस दौरान वे गांवों में ही रहीं. उन्होंने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम किया. वे देखना चाहती थीं कि गांधीवादी विचार और ग्राम स्वराज किस तरह एक उदाहरण बन सकता है.