नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर की हवा में बीते दिनों मामूली सुधार दर्ज किया गया था. रविवार को दिल्ली एनसीआर की एयर क्वालिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली है. दिल्ली के करीब 14 इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में पहुंच गया है. जबकि बाकी सभी इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में बरकरार है. बीते दिनों दिल्ली एनसीआर की हवा में सुधार होने के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के नीचे पहुंच गया था. हवा की रफ्तार सुस्त होने के बाद फिर दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के ग्राफ में बढ़ोतरी शुरु हो गई है.
दिल्ली में सबसे अधिक प्रदूषित इलाका शादीपुर है. शादीपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 356 दर्ज किया गया है. वजीरपुर, विवेक विहार, नेहरू नगर, मुंडका, जहांगीरपुरी, चांदनी चौक, बुराड़ी क्रॉसिंग, आनंद विहार और अशोक विहार दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाके हैं.
सभी इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में है. एक्सपर्ट का कहना है कि ठंड बढ़ने और हवा की रफ्तार सुस्त होने से दिल्ली एनसीआर के एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा होने की संभावना है. हवा की रफ्तार ज्यादा धीमी होती है तो एक यूआई 400 के पार पहुंच सकता है.
हालात गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के भी ठीक नहीं है. दिल्ली एनसीआर के इन तीनों क्षेत्रों का एयर क्वालिटी इंडेक्स फिलहाल खराब श्रेणी में है. हालांकि, दिल्ली की तुलना में गाजियाबाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण कम है. चंद दिन की राहत के बाद एक बार फिर दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है. सुबह के वक्त दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में धुंध की परत दिखाई दी है. बढ़ता प्रदूषण छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक है.
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं.