कोटा: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर कोटा जिले के चेचट से लेकर मध्यप्रदेश के झाबुआ तक वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. यह 269 किलोमीटर तक एक्सप्रेसवे चालू हो गया है, लेकिन इस खंड में एनएचएआई ने आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई है. अभी फ्यूल और मैकेनिक की सर्विस नहीं मिल रही है. इसी प्रकार रेस्ट एरिया भी नहीं है.
हाईवे पर चेचट से झाबुआ तक की दूरी को पार करने में कार या एसयूवी को 3 घंटे लगेंगे, जबकि हैवी लोडिंग व्हीकल को 5 घंटे का समय लगेगा, लेकिन हाइवे पर पेट्रोल पंप स्थापित नहीं हुए हैं. ऐसे में यहां से जाने वाले लोग पहले से ही फ्यूल का इंतजाम कर ही एक्सप्रेस-वे पर चढ़ रहे हैं. करीब ढाई सौ किलोमीटर तक का यह सफर मुश्किल भरा है. अभी तक रेस्ट एरिया भी नहीं बने है. दूसरी तरफ मैकेनिक और अन्य सुविधा भी फिलहाल इस एक्सप्रेसवे पर उपलब्ध नहीं है.
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टोल वसूली शुरू की: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के कोटा प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट (PIU) के जनरल मैनेजर संदीप अग्रवाल का कहना है कि इस रास्ते पर वाहनों की आवाजाही कुछ माह पहले ही शुरू हुई है. केवल टोल ऑपरेशन शुरू नहीं था. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने पिछले सप्ताह ही नोटिफिकेशन जारी कर टोल ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है. अब कोटा से मध्य प्रदेश की तरफ जाने वाले वाहन झाबुआ तक इस हाइवे पर सफर कर सकते हैं. यहां से इंदौर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, उज्जैन व झालावाड़ भी जाया जा सकता है.
धीमी गति से चल रहा है रेस्ट एरिया का निर्माण: एक्सप्रेसवे पर रेस्ट एरिया बनने वाले हैं, जहां हर तरह की सुविधा यात्रियों को मिलेगी. मैकेनिक से लेकर हॉस्पिटल, ढाबा रेस्टोरेंट और सभी सुविधाएं विकसित की जाएगी, लेकिन रेस्ट एरिया का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है. इसी प्रकार चेचट से झाबुआ के बीच इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को पेट्रोल पंप स्थापित करने थे, लेकिन अभी तक पेट्रोल पंप नहीं लगे. कॉरेपोरशन का कहना है कि हाइवे पर अभी वाहनों की संख्या नहीं बढ़ी. दूसरी ओर जहां पर यह पेट्रोल पंप स्थापित होने हैं, उन रेस्ट एरिया का निर्माण पूरा नहीं हुआ है.वाहन में किसी भी तरह की समस्या आ जाने पर वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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थोड़ा समय लगेगा: इस मामले में एनएचएआई के पीआईयू रतलाम के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर संदीप पाटीदार ने कहा कि कोटा के चेचट से एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद ट्रैफिक बढ़ गया है. फिलहाल पेट्रोल पंप चालू नहीं है, इसके चलते फ्यूल भर कर ही वाहनों को आना पड़ रहा है. वर्तमान में यात्री सुविधाओं के लिए दो रेस्ट एरिया एक्सप्रेसवे पर मध्य प्रदेश के सेक्शन में चालू है, जबकि एक रेस्ट एरिया 15 दिन में और अगला एक महीने में चालू होने की उम्मीद है. शेष चार रेस्ट एरिया को शुरू होने में 6 महीने का समय लगेगा. उन्होंने कहा कि यहां फ्यूल की सुविधा भी हम जल्द उपलब्ध कराने वाले हैं.