नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने जलवायु परिवर्तन में सुधार के लिए अहम कदम उठाया है. आने वाले वर्षो में दिल्ली मेट्रो का संचालन बिजली के साथ रीजनरेटिव ब्रेकिंग से किया जाएगा. ऐसा करने से मेट्रो के संचालन में बिजली का इस्तेमाल कम होगा.
डीएमआरसी के मुताबिक, यमुना बैंक को वैशाली (गाजियाबाद) से जोड़ने वाली डीएमआरसी की लाइन-4 को कार्बन न्यूट्रल प्रमाणन मिला है. ऐसा होने से शहर में बढ़ रहे जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण किया जा सकेगा. यह डीएमआरसी के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. यह उपलब्धि डीएमआरसी द्वारा कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निबटने की एक सफल उपलब्धि है.
DMRC’S LINE -4 (BLUE LINE) ACHIEVES CARBON NEUTRAL CERTIFICATION
— Delhi Metro Rail Corporation (@OfficialDMRC) October 13, 2024
The Delhi Metro Rail Corporation’s Line -4 connecting Yamuna Bank with Vaishali in Ghaziabad has achieved Carbon Neutral certification, marking a significant milestone in DMRC ‘s efforts towards providing…
यह प्रमाणन मेट्रो भवन में अपने कॉर्पोरेट मुख्यालय और नोएडा के सेक्टर-50 में स्टाफ क्वार्टर के लिए कार्बन न्यूट्रल प्रमाणन प्राप्त करने में डीएमआरसी की पिछली सफलता के बाद आया है. भारत सरकार के आने वाले लक्ष्यों में वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने की बात कही गई थी. इस बाबत डीएमआरसी ने अपने संचालन में कार्बन न्यूट्रलिटी को महात्वता दी.
डीएमआरसी ने इस अनूठी पहल के लिए रीजनरेटिव ब्रेकिंग जैसी एनर्जी एफिशिएंट टेक्नोलॉजी, वर्षा जल संचयन के लिए गड्ढों का निर्माण, कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली आदि जैसी विभिन्न स्थायी, पर्यावरण अनुकूल पहल को अपनाया है. ताकि जलवायु परिवर्तन को अपनाकर कार्बन फुटप्रिंट को सफलतापूर्वक कम किया जा सके.
दिल्ली मेट्रो का मानना है कि ऐसा करने से आगे आने वाली पीढ़ियों को जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण से बचाया जा सकेगा. बता दें, डीएमआरसी स्थायी परिवहन में अग्रणी बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित कर रही कि आने वाली पीढ़ियां स्वच्छ हवा और अधिक स्थायी शहरी वातावरण का आनंद ले सकें.
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