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द‍िल्‍ली में मेयर चुनाव के लिए चुनाव आयोग का ग्रीन सिग्नल, जानें अब क‍िस तारीख को होगा इलेक्‍शन - DELHI MAYOR ELECTION

DELHI MAYOR ELECTION 2024: दिल्ली में मेयर चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस बीच मेयर चुनाव को चुनाव आयोग की हरी झंडी मिल गई है. आइए जानते हैं कब हो सकता है मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव. पढ़ें पूरी खबर...

MUNICIPAL CORPORATION OF DELHI
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 24, 2024, 10:36 PM IST

नई द‍िल्‍ली: आगामी 26 अप्रैल को होने वाले दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर कई दिनों से संशय बना हुआ था, लेक‍िन अब न‍िर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव पर लटकी संशय की तलवार हट गई है. दरअसल, चुनाव आयोग ने द‍िल्‍ली नगर न‍िगम के शेड्यूल को मंजूरी दे दी है. अब 26 अप्रैल को एमसीडी की ओर से बुलाई गई बैठक में मेयर व ड‍िप्‍टी मेयर के ल‍िए चुनाव होगा. इस बाबत एक पत्र द‍िल्‍ली के मुख्‍य न‍िर्वाचन अध‍िकारी कार्यालय को ल‍िखकर साफ कर द‍िया है क‍ि आदर्श आचार संह‍िता को लेकर क‍िसी प्रकार की समस्‍या नहीं है.

दरअसल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर क‍िसी दूसरे चुनाव के होने या नहीं होने के ल‍िए सवाल खड़े हो रहे थे. इसको लेकर एमसीडी ने उपराज्‍यपाल कार्यालय के जर‍िए न‍िर्वाचन आयोग से अनुमत‍ि मांगी थी. सूत्रों के अनुसार, अब चुनाव आयोग ने एमसीडी मेयर के चुनाव को हरी झंडी दे दी है. बताया जा रहा है क‍ि मेयर और ड‍िप्‍टी मेयर के चुनाव कराने में कोई आपत्ति नहीं है. आयोग से म‍िली अनुमत‍ि के बाद अब माना जा रहा है क‍ि 26 अप्रैल को तय तारीख पर ही मेयर चुनाव कराए जाएंगे.

निगम अधिकारियों की मानें तो मेयर के चुनाव में जो प्रक्रिया अपनाई जाती है, उसके अनुसार पीठासीन अधिकारी तय करने के लिए निगम की ओर से फाइल दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग को भेजी जाती है. शहरी विकास विभाग के पास से यह फाइल फिर मुख्यमंत्री के पास जाती है और मुख्यमंत्री के पास से फिर फाइल उपराज्यपाल (एलजी) के पास जाती है. एलजी निगम के प्रशासक हैं. अंतिम फैसला लेने की शक्ति उन्हीं के पास होती है. इसलिए एलजी द्वारा फाइल को मंजूरी देने के बाद पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति होती है.

चुनाव आयोग द्वारा मिली मंजूरी
चुनाव आयोग द्वारा मिली मंजूरी

इसके बाद वही पीठासीन अधिकारी महापौर का चुनाव संपन्न कराता है. लेकिन, इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में होने की वजह से इस प्रक्रिया के पूरी होने में अड़चन आने की संभावना थी. इस बारे में कोई अधिकारी यह भी नहीं कह रहा था कि फाइल को सीएम की मंजूरी के लिए तिहाड़ जेल भेजा जाएगा. इससे भी चुनाव टलने की संभावना जताई जा रही थी. लेकिन, अब स्थिति साफ हो गई है. चुनाव आयोग ने भी महापौर का चुनाव कराने के लिए एनओसी दे दी है. साथ ही मुख्य सचिव द्वारा एलजी के पास पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से संबंधित फाइल भी भेज दी गई है. अब गुरुवार तक एलजी द्वारा मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है.

एमसीडी में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी और मुख्‍य व‍िपक्षी दल बीजेपी दोनों की तरफ से नामांकन पर्चे दाख‍िल क‍िये जा चुके हैं. वहीं आम आदमी पार्टी में मेयर चुनाव को लेकर बगावत भी सामने आ चुकी है. इस बीच देखा जाए तो मंगलवार को द‍िल्‍ली व‍िधानसभा सच‍िवालय की ओर से एमसीडी में 14 सदस्‍यों (व‍िधायकों) को सदन का सदस्‍य मनोनीत करने की अध‍िसूचना भी जारी कर दी गई है.

सभी को मेयर-डिप्‍टी मेयर चुनाव में मतदान देने का अध‍िकार है. इन 14 सदस्‍यों में एक सदस्‍य (व‍िधायक) बीजेपी से ओम प्रकाश शर्मा को भी शाम‍िल क‍िया गया है. बाकी 13 मनोनीत व‍िधायक आम आदमी पार्टी की तरफ से भेजे गए हैं. इनमें ए. धनवंती चंदीला, अजय दत्त, अजेश यादव, बंदना कुमारी, द‍िलीप कुमार पांडे, हाजी यूनुस, पवन शर्मा, प्रवीण कुमार, प्रीत‍ि ज‍ितेंद्र तोमर, शरद कुमार चौहान, श‍िव चरण गोयल, सोम दत्त और व‍िशेष रव‍ि प्रमुख रूप से शाम‍िल हैं.

यह भी पढ़ें- पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में जानिए क्या है इस बार वोटर्स के मुद्दे

गौर करने वाली बात यह है क‍ि द‍िल्ली नगर निगम के कार्यकाल का यह तीसरा साल है. इस साल मेयर का पद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए र‍िजर्व होता है. 250 सदस्‍यीय एमसीडी में आम आदमी पार्टी के 134 चुने हुए पार्षद हैं, ज‍िसमें से 32 निगम पार्षद एससी हैं. न‍िगम में बीजेपी के कुल पार्षद 104 हैं. इसमें अनुसूचित जाति वर्ग से संबंध रखने वाले 6 निगम पार्षद चुनाव जीतकर आए हैं. वहीं, कांग्रेस के 9 और 3 न‍िर्दलीय पार्षद भी हैं. कांग्रेस आम आदमी पार्टी को समर्थन करेगी, जबक‍ि एक न‍िर्दलीय पार्षद पहले से ही बीजेपी के पास है.

यह भी पढ़ें- पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान ने कांग्रेस छोड़ी, प्रभारी बाबरिया और प्रत्याशी उदित राज पर लगाए गंभीर आरोप

नई द‍िल्‍ली: आगामी 26 अप्रैल को होने वाले दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर कई दिनों से संशय बना हुआ था, लेक‍िन अब न‍िर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव पर लटकी संशय की तलवार हट गई है. दरअसल, चुनाव आयोग ने द‍िल्‍ली नगर न‍िगम के शेड्यूल को मंजूरी दे दी है. अब 26 अप्रैल को एमसीडी की ओर से बुलाई गई बैठक में मेयर व ड‍िप्‍टी मेयर के ल‍िए चुनाव होगा. इस बाबत एक पत्र द‍िल्‍ली के मुख्‍य न‍िर्वाचन अध‍िकारी कार्यालय को ल‍िखकर साफ कर द‍िया है क‍ि आदर्श आचार संह‍िता को लेकर क‍िसी प्रकार की समस्‍या नहीं है.

दरअसल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर क‍िसी दूसरे चुनाव के होने या नहीं होने के ल‍िए सवाल खड़े हो रहे थे. इसको लेकर एमसीडी ने उपराज्‍यपाल कार्यालय के जर‍िए न‍िर्वाचन आयोग से अनुमत‍ि मांगी थी. सूत्रों के अनुसार, अब चुनाव आयोग ने एमसीडी मेयर के चुनाव को हरी झंडी दे दी है. बताया जा रहा है क‍ि मेयर और ड‍िप्‍टी मेयर के चुनाव कराने में कोई आपत्ति नहीं है. आयोग से म‍िली अनुमत‍ि के बाद अब माना जा रहा है क‍ि 26 अप्रैल को तय तारीख पर ही मेयर चुनाव कराए जाएंगे.

निगम अधिकारियों की मानें तो मेयर के चुनाव में जो प्रक्रिया अपनाई जाती है, उसके अनुसार पीठासीन अधिकारी तय करने के लिए निगम की ओर से फाइल दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग को भेजी जाती है. शहरी विकास विभाग के पास से यह फाइल फिर मुख्यमंत्री के पास जाती है और मुख्यमंत्री के पास से फिर फाइल उपराज्यपाल (एलजी) के पास जाती है. एलजी निगम के प्रशासक हैं. अंतिम फैसला लेने की शक्ति उन्हीं के पास होती है. इसलिए एलजी द्वारा फाइल को मंजूरी देने के बाद पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति होती है.

चुनाव आयोग द्वारा मिली मंजूरी
चुनाव आयोग द्वारा मिली मंजूरी

इसके बाद वही पीठासीन अधिकारी महापौर का चुनाव संपन्न कराता है. लेकिन, इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में होने की वजह से इस प्रक्रिया के पूरी होने में अड़चन आने की संभावना थी. इस बारे में कोई अधिकारी यह भी नहीं कह रहा था कि फाइल को सीएम की मंजूरी के लिए तिहाड़ जेल भेजा जाएगा. इससे भी चुनाव टलने की संभावना जताई जा रही थी. लेकिन, अब स्थिति साफ हो गई है. चुनाव आयोग ने भी महापौर का चुनाव कराने के लिए एनओसी दे दी है. साथ ही मुख्य सचिव द्वारा एलजी के पास पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से संबंधित फाइल भी भेज दी गई है. अब गुरुवार तक एलजी द्वारा मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है.

एमसीडी में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी और मुख्‍य व‍िपक्षी दल बीजेपी दोनों की तरफ से नामांकन पर्चे दाख‍िल क‍िये जा चुके हैं. वहीं आम आदमी पार्टी में मेयर चुनाव को लेकर बगावत भी सामने आ चुकी है. इस बीच देखा जाए तो मंगलवार को द‍िल्‍ली व‍िधानसभा सच‍िवालय की ओर से एमसीडी में 14 सदस्‍यों (व‍िधायकों) को सदन का सदस्‍य मनोनीत करने की अध‍िसूचना भी जारी कर दी गई है.

सभी को मेयर-डिप्‍टी मेयर चुनाव में मतदान देने का अध‍िकार है. इन 14 सदस्‍यों में एक सदस्‍य (व‍िधायक) बीजेपी से ओम प्रकाश शर्मा को भी शाम‍िल क‍िया गया है. बाकी 13 मनोनीत व‍िधायक आम आदमी पार्टी की तरफ से भेजे गए हैं. इनमें ए. धनवंती चंदीला, अजय दत्त, अजेश यादव, बंदना कुमारी, द‍िलीप कुमार पांडे, हाजी यूनुस, पवन शर्मा, प्रवीण कुमार, प्रीत‍ि ज‍ितेंद्र तोमर, शरद कुमार चौहान, श‍िव चरण गोयल, सोम दत्त और व‍िशेष रव‍ि प्रमुख रूप से शाम‍िल हैं.

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गौर करने वाली बात यह है क‍ि द‍िल्ली नगर निगम के कार्यकाल का यह तीसरा साल है. इस साल मेयर का पद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए र‍िजर्व होता है. 250 सदस्‍यीय एमसीडी में आम आदमी पार्टी के 134 चुने हुए पार्षद हैं, ज‍िसमें से 32 निगम पार्षद एससी हैं. न‍िगम में बीजेपी के कुल पार्षद 104 हैं. इसमें अनुसूचित जाति वर्ग से संबंध रखने वाले 6 निगम पार्षद चुनाव जीतकर आए हैं. वहीं, कांग्रेस के 9 और 3 न‍िर्दलीय पार्षद भी हैं. कांग्रेस आम आदमी पार्टी को समर्थन करेगी, जबक‍ि एक न‍िर्दलीय पार्षद पहले से ही बीजेपी के पास है.

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