नई दिल्ली: उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार द्वारा 23 जून को हटाए गए 594 व्यवसायिक शिक्षकों की नौकरी को फिर से बहाल कर दिया है. नौकरी बहाल होने पर व्यावसायिक प्रशिक्षकों और समन्वयकों ने उपराज्यपाल का आभार जताया है. दिल्ली सरकार द्वारा इन शिक्षकों को नौकरी से हटाने के बाद भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एलजी से मुलाकात की थी.
सचदेवा ने एलजी से शिक्षकों की नौकरी को फिर से बहाल करने का अनुरोध किया था. वीरेंद्र सचदेवा ने उपराज्यपाल से मुलाकात के दौरान कहा था कि इनमें से अधिकांश प्रशिक्षक और समन्वयक करीब 20 से लेकर 28 साल से भी अधिक समय से पढ़ा रहे हैं. यह लोग अब रिटायरमेंट के करीब हैं. ऐसे में इस समय अचानक इनकी सेवाओं को समाप्त करने से उनके लिए परेशानी अधिक बढ़ गई है. अचानक नौकरी से निकाले जाने के कारण उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. इसलिए उनकी सेवा को फिर से बहाल किया जाना आवश्यक है. इसके बाद एलजी ने शिक्षा विभाग से इन शिक्षकों की सेवाऐं समाप्त करने से संबंधित रिपोर्ट तलब की थी.
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रिपोर्ट लेने के बाद अब बुधवार को उपराज्यपाल ने सभी व्यवसायिक शिक्षकों और प्रशिक्षकों की सेवाओं को फिर से बहाल कर दिया है. बता दें कि दिल्ली सरकार में वर्ष 1988 और 1996 में व्यावसायिक शिक्षा से संबंधित प्रशिक्षक और समन्वय भर्ती किए थे. यह व्यावसायिक शिक्षण दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आईटीआई एवं अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत हैं. लेकिन, उन्हें अभी तक स्थाई नहीं किया गया था.
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