नई दिल्लीः दिल्ली में पेयजल संकट पर जल मंत्री आतिशी लगातार हरियाणा सरकार पर पानी रोकने का आरोप लगा रही हैं. उन्होंने इस संबंध में उपराज्यपाल वीके सक्सेना (एलजी) से एक्स पर पोस्ट डालकर मीटिंग का समय मांगा था. एलजी ने सोमवार सुबह 11 बजे मीटिंग का वक्त दिया है. साथ ही एलजी ने दिल्ली में पानी की बर्बादी, रिसाव को रोकने के उपाय और वजीराबाद जलाशय से गाद निकालने की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है. वहीं आम आदमी पार्टी आज सुबह 11:00 बजे दिल्ली में हरियाणा भवन का घेराव करेगी.
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने रविवार सुबह एक्स पर पोस्ट लिखा था. उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा मुनक नहर से छोड़े जा रहे अपर्याप्त पानी के बारे में अवगत कराने के लिए एलजी से एक आपातकालीन बैठक के लिए समय मांगा. दिल्ली को सीएलसी और डीएसबी उप-नहरों के माध्यम से मुनक नहर से 1050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन यह घटकर 840 क्यूसेक रह गया है.
दिल्ली सात जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) पर पेयजल के लिए निर्भर है. अगर आज पानी की मात्रा नहीं बढ़ी तो अगले एक दो दिन में पूरी दिल्ली में पेयजल की स्थिति भयावह हो सकती है. दिल्ली के एलजी केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं. ऐसे में मीटिंग कर उनसे हस्तक्षेप करने और स्थिति को सुलझाने का अनुरोध किया जाएगा.
बता दें कि दिल्ली में पेयजल संकट के चलते लोगों को सिर्फ एक बार पानी मिल रहा है. जिन इलाकों में पेयजल की किल्लत है. बचा हुआ पानी वहां दिया जा रहा है. इसके साथ ही पेयजल की बर्बादी को रोकने के लिए 200 टीमें बनाई गई है, जो निगरानी कर रही हैं. आज ही आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर मुनक नहर में पर्याप्त पानी छोड़ने की मांग की है, जिससे की पेयजल की भयावह स्थिति को कंट्रोल किया जा सके.