नई दिल्लीः दिल्ली सरकार ने इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वूमेन (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) के खातों का ऑडिट कराने के लिए सीएजी को नियुक्त करने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने आगामी पांच वर्षों के लिए यूनिवर्सिटी के वित्तीय मामलों का ऑडिट सीएजी से करवाने की मंजूरी दी है.
सीएम आतिशी ने कहा कि यह निर्णय यूनिवर्सिटी के वित्तीय मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देगा. उनका कहना था कि इस ऑडिट के ज़रिए किसी भी प्रकार की अनियमितताओं और वित्तीय कुप्रबंधन को पहचानने और दूर करने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी सरकार का उद्देश्य न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारना है, बल्कि वित्तीय प्रबंधन को भी बेहतर बनाना है. सीएजी ऑडिट इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह यह सुनिश्चित करेगा कि सार्वजनिक धन का सही और न्यायपूर्ण उपयोग हो.
"हमारे लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा का स्तर लगातार सुधरे और इसके साथ-साथ वित्तीय प्रबंधन भी पारदर्शी और प्रभावी हो. सीएजी ऑडिट से यह सुनिश्चित होगा कि दिल्ली के लोग जो टैक्स देते हैं, उसका सही तरीके से उपयोग हो."-आतिशी, मुख्यमंत्री, दिल्ली
आतिशी ने बताया कि यह प्रक्रिया प्रशासनिक पारदर्शिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को रोकने में भी सहायक साबित होगी. इससे वित्तीय कुप्रबंधन पर लगाम लगेगी, बल्कि सिस्टम में पारदर्शिता भी आएगी. यह कदम दिल्ली सरकार की नीति के तहत उच्च शिक्षा और सार्वजनिक धन के सही उपयोग के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. "आप" सरकार का यह निर्णय यूनिवर्सिटी में बेहतर वित्तीय प्रबंधन और समग्र शिक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.
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