नई दिल्ली: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ मेयर का चुनाव मिलकर साथ लड़ा था, लेकिन उसमें दोनों को करारी हार मिली थी. ऐसे में आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर दिल्ली में भी आप पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ सकती है. इसको लेकर दिल्ली बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में अपने नेताओं, संगठन एवं मतदाताओं का बड़ा भाग आम आदमी पार्टी को गिफ्ट कर चुकी कांग्रेस के नेता अब भी विरोधाभास की स्थिती में हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में अमरिंदर सिंह लवली और अजय माकन जैसे नेता कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे हैं, जिसके तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरमिंदर सिंह लवली ने सातों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी चयन की घोषणा कर दी है. वहीं, कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया अभी भी आम आदमी पार्टी को गठबंधन का साथी बताकर केजरीवाल के भ्रष्टाचार का बचाव कर रहे हैं. यह दुविधा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विचलित कर रही है.
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प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आज कांग्रेस कार्यकर्ता और दिल्ली के लोग कांग्रेस नेतृत्व से जानना चाहते हैं कि अगर गठबंधन करना है तो सातों सीट पर सम्भावित प्रत्याशी, कार्यकर्ताओं को सपने क्यों दिखाए जा रहे हैं. दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस बार भाजपा को 2019 चुनाव के 56.7% से भी बढ़कर 65% से अधिक वोट मिलेंगे. कांग्रेस अकेले लड़े या गठबंधन के साथ उसका डूबना तय है.
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