नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार-प्रसार में तमाम राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हैं, और नेताओं द्वारा जनता से अपने पक्ष में मतदान की अपील की जा रही है. इस चुनाव में दिल्ली की एक प्रमुख सीट कालकाजी विधानसभा पर दिलचस्प मुकाबला हो रहा है. आम आदमी पार्टी से मुख्यमंत्री आतिशी सिंह, भारतीय जनता पार्टी से रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस से अलका लांबा ने चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाई है.
कालकाजी विधानसभा सीट पर दिलचसप मुकाबला: हालांकि, इस बार कालकाजी विधानसभा में एक नया नाम भी जुड़ गया है, जो चर्चा का विषय बन गया है. ट्रांसजेंडर उम्मीदवार राजन सिंह ने इस सीट से चुनाव में उतकर मुकाबला और भी दिलचस्प बना दिया है. राजन सिंह ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कई सालों से आवाज उठा रहे हैं, और उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम अब चुनावी मैदान में नजर आ रहा है.
ट्रांसजेंडर उम्मीदवार की पदयात्रा: शुक्रवार को उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शनिवार को गोविंदपुरी इलाके में पैदल पदयात्रा की. इस पदयात्रा में राजन सिंह ने अपने हाथ में बैट बल्ला पकड़ा और स्थानीय जनता से मुलाकात की. पदयात्रा के दौरान उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय की समस्याओं को उजागर किया और उनसे समर्थन की अपील की. इस मौके पर उनके साथ कुछ ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य, महिला एडवोकेट और युवा कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
'ट्रांसजेंडर समुदाय को पहचान दिलवाना अहम उद्देश्य': राजन सिंह का कहना है कि वे रोजाना लोगों के बीच जा रहे हैं, और उन्हें जनता से भरपूर समर्थन मिल रहा है. उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अलग शौचालय, पोलिंग बूथ पर अलग लाइन, और अन्य बुनियादी सुविधाओं की मांग की है. उनका उद्देश्य इस चुनाव के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों को मजबूती से उठाना है और समाज में उनकी अहमियत को पहचान दिलवाना है.
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