नई दिल्ली: दिल्ली में बुधवार को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हुआ. दिल्ली में कुल 13,766 मतदान केंद्र व 733 सहायक मतदान केंद्रों पर ईवीएम के जरिए मतदान हुए. इस बार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक कुल 60.44 प्रतिशत मतदान हुआ. जहां सबसे अधिक मतदान उत्तर पूर्वी दिल्ली में (66.25%) हुआ, वहीं सबसे कम मतदान दक्षिण पूर्वी दिल्ली में (56.16%) हुआ. चुनाव आयोग की तरफ से 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा दी गई.
वहीं दिल्ली के मध्य जिले में 59.09 प्रतिशत, पूर्वी जिले में 62.37 प्रतिशत, नई दिल्ली जिले में 57.13 प्रतिशत, उत्तरी जिले में 59.55 प्रतिशत, उत्तर पश्चिम जिले में 60.07 प्रतिशत, शाहदरा जिले में 63.94 प्रतिशत, दक्षिणी जिले में 58.16 प्रतिशत, दक्षिण-पश्चिम जिले में 61.07 प्रतिशत और पश्चिमी जिले में 60.76 प्रतिशत मतदान हुआ.
इस दिन खत्म हो रहा विधानसभा का कार्यकाल: दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो जाएगा. इससे पहले दिल्ली में नई सरकार का गठन हो जाएगा. 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी. फिर शपथ ग्रहण के बाद नई सरकार का गठन होगा. इससे पहले वर्ष 2020 में 62.55 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं वर्ष 2015 में 67.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस बार पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले कम मतदान दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग की तरफ से पिछले एक माह से अधिक समय से विभिन्न गतिविधियां की जा रहीं थी.
'चंद्रयान से चुनाव तक' थीम का मतदान केंद्र: इस दौरान पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं को काफी उत्साह देखा गया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में गरीब लोगों के लिए काम होना चाहिए. इसके अलावा सफाई व्यवस्था, प्रदूषण व यमुना नदी में सफाई के मुद्दे को लेकर वोट किया गया. उधर वोटरों को आकर्षित करने के लिए 'चंद्रयान से चुनाव तक' थीम का मतदान केंद्र भी बनाया गया, जिसमें मतदाताओं की सहायता के लिए स्वयंसेवकों ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में कपड़े पहने थे. इस बार दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल पंकज ने भी चुनाव लड़ा. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर मैं जीत गया तो विधानसभा जाऊंगा और जनता के लिए काम कर उनकी समस्याओं का समाधान करूंगा.
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