लखनऊ: मौसम में आए परिवर्तन और दिन-रात के तापमान में आई 4 से 5 डिग्री की गिरावट के कारण यूपी की हवा में बदलाव होने लगा है. सुबह शाम छाई रहने वाली कोहरे की चादर मोटी होने लगी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु गुणवत्ता सूचकांक के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार देर शाम लखनऊ का एक्यूआई 290 दर्ज हुआ जो मंगलवार को 269 था. जबकि, सोमवार को एक्यूआई 224 दर्ज किया गया था.
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के आंकड़ों पर गौर करें तो ठंड बढ़ने के साथ ही एक्यूआई में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. लखनऊ की हवा की क्वालिटी खराब श्रेणी की अपर लिमिट के काफी करीब है. यह 300 के पार गया तो बहुत खराब श्रेणी में आ जाएगा. एक्यूआई के कारण अभी से लोगों को आंखों में जलन के साथ अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार से हवा की रफ्तार तेज होगी और स्मोक की परत टूटेगी. हालांकि, प्रदूषण का स्तर अभी धीरे-धीरे ही कम होगा. वहीं दूसरी तरफ संचारी रोग की रोकथाम के साथ प्रदूषण नियंत्रण के लिए लखनऊ में गुरुवार से सिर्फ कोल्ड फॉगिंग होगी.
केंद्र सरकार के नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बर्न डिजीज कंट्रोल की ओर से एडवाइजरी जारी होने के बाद नगर निगम ने यह फैसला लिया है. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि नगर निगम के पास कुल 150 फॉगिंग मशीन हैं. इसमें से 90 मशीन टू इन वन हैं. इनसे कोल्ड और थर्मल दोनों फागिंग होंगी.
प्रदूषण की बात करें तो पूरे प्रदेश के साथ दिल्ली एनसीआर के जिलों में वायु प्रदूषण की स्थिति बहुत ही खराब है. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गाजियाबाद में एक्यूआई 328, नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों में ही एक्यूआई 304 दर्ज किया गया है.
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