देहरादूनः कोतवाली डालनवाला क्षेत्र के अंर्तगत एमकेपी कॉलेज के पास एक युवक के अपहरण की सूचना फर्जी निकली. पुलिस ने युवक को हरिद्वार से बरामद किया है. युवक पर उसके ही गांव की युवती को बदनाम करने का आरोप था. जिस लिए युवती के परिजन युवक को गांव की पंचायत में ले जाने के लिए ले जा रहे थे. दोनों ही पक्षों ने पुलिस को कार्रवाई करने से मना किया है.
ये है मामलाः 30 मार्च 2024 को चौकी आराघर में एमकेपी चौक निवासी महिला, मूल निवासी समस्तीपुर, बिहार ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके बेटे को उनके गांव के रहने वाला एक व्यक्ति अपने साथ जबरदस्ती बिहार लेकर जा रहे हैं. इस सूचना पर पुलिस द्वारा नाकेबंदी करते हुए चेकिंग अभियान चलाया गया. सीसीटीवी की मदद से युवक के लेकर जा रहे लोगों के वाहन की जानकारी ली गई. जांच में पुलिस पता चला कि युवक को पहले इलेक्ट्रिक ऑटो और उसके बाद किराये की कार से ले जाया जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से कार की लोकेशन ट्रेस करते हुए हरिद्वार में रोक दी.
पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि 24 वर्षीय युवक अपनी मां के साथ पिछले 19-20 सालों से देहरादून में रह रहा है. वहीं, पिछले 3 सालों से अपनी मां, बहन और जीजा के साथ एमकेपी चौक के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरी का कार्य कर रहा है. पूछताछ में पता चला कि युवक अपने परिवार के साथ हर साल अपने पैतृक गांव जाता है. इस दौरान 3 साल पहले युवक का उसके ही गांव की एक युवती से उसका प्रेम प्रसंग हुआ. जिसकी जानकारी लगभग एक महीने पहले युवती के पिता को हुई. उसके बाद गांव में हुई पंचायत में पंचों के सामने दोनों पक्षों में आपसी समझौता हुआ कि भविष्य में दोनों एक-दूसरे से कोई संपर्क नहीं रखेंगे. उसके बाद युवक और उसकी मां बिहार से देहरादून वापस आ गए और लड़की का रिश्ता किसी अन्य लड़के से बिहार में तय हो गया.
देहरादून आने के बाद युवक लड़की की फोटो उसके होने वाले पति को भेजने लगा. इस पर लड़की के पिता ने फोन कर युवक को काफी समझाया. लेकिन युवक के द्वारा बार-बार मैसेज भेजने पर लड़की के ससुराल वालों ने लड़की पक्ष को युवक को पंचायत में बुलाकर स्थिति साफ करने के लिए कहा. ऐसे में लड़की के परिजनों ने फोन कर युवक और उसकी मां को बिहार बुलाया लेकिन दोनों नहीं गए.
उसके बाद 30 मार्च को लड़की का पिता अपने गांव के 3 अन्य लोगों के साथ युवक के घर देहरादून पहुंचे और उन्हें घर पर युवकऔर उसकी बहन मिली. उन्होंने युवक को पंचायत में चलकर स्थिति को साफ करने के लिए कहा और युवक को उसकी सहमति से ऑटो में बैठाकर ले गए, साथ ही उसकी मां को फोन कर युवक को अपने साथ ले जाने और पंचायत में आने के संबंध में बताया.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जीएमएस रोड से उनके द्वारा एक कार बुक की गई. जिसे लेकर वह हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार में एक ढाबे में रुककर खाना खाने के दौरान पुलिस द्वारा उन्हें रोक लिया गया. दोनों पक्षों में आपसी समझौता हो गया है. दोनों पक्ष कोई पुलिस कार्रवाई नहीं चाहते हैं.
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