देहरादून: राजधानी देहरादून में स्थित दून मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में बीते रविवार 22 सितंबर को बाथरूम में नवजात शिशु का शव मिला था. हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि हॉस्पिटल के बाथरुम में नवजात शिशु का शव कौन रखकर गया है. वहीं इस मामले के सामने आने के बाद देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने मंगलवार 24 सितंबर को दून मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और वहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं को जांचा.
निरीक्षण के दौरान देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने पाया कि हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरों का ऑब्जर्वेशन रूम बंद पड़ा है. इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर से परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या कम थी. इसीलिए एसएसपी अजय सिंह ने हॉस्पिटल परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और उनकी 24 घंटे मॉनिटरिंग करने करने को कहा है. इसके साथ ही ऑब्जर्वेशन रूम को पुलिस चौकी में स्थापित किए जाने के संबंध में अस्पताल प्रशासन से पत्राचार किए जाने की बात कही.
वहीं बाथरूम में नवजात शिशु का भ्रूण मिलने के मामलों को भी एसएसपी अजय सिंह ने गंभीरता से लिया और इस मामलेमें मुकदमा दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए. इसके अलावा पुलिस ने दून अस्पताल में पिछले तीन दिनों में डिलीवरी के लिए आयी महिलाओं का रिकॉर्ड चेक किया गया तो सामने आया कि बीते दिनों में हॉस्पिटल के अंदर 41 महिलाओं की डिलीवरी हुई थी. इनमें से 40 बच्चे स्वस्थ पैदा हुए और एक बच्चा मृत पैदा हुआ, जिसका परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया था. फिर भी पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अब तक की जांच और रिकॉर्ड के चेक करने पर ऐसे किसी भी मरीज या महिला की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, जो डिलीवरी के लिए दून अस्पतालमें आई हो. फिर भी घटना की संवेदनशीलता के मद्देनजर इस मामले मुकदमा पंजीकृत कर घटना के सभी संभावित पहलुओं की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए.
पढ़ें--