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पुलिस के हत्थे चढ़े बंटी और बबली, देहरादून में दोनों ने किया बड़ा खेल, जानें कैसे लोगों को लगाते थे चूना

देहरादून पुलिस की गिरफ्त में लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बंटी-बबली. यूपी में भी दंपति के खिलाफ दर्ज है कई मुकदमे

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी दंपति. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 24, 2024, 5:27 PM IST

देहरादून: लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बंटी-बबली को देहरादून पुलिस ने प्रेम नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी दंपति के खिलाफ प्रेम नगर की रहने वाली श्योमली ने पुलिस को तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार किया और पूरे मामले का खुलासा किया.

पुलिस ने बताया कि श्योमली ने थाने में एक तहरीर दी थी. तहरीर में श्योमली ने बताया था कि उनके पति अपराजित की मुलाकात अमन जयसवाल नाम के व्यक्ति से हुई थी. अमन ओम साई ट्रेडर्स के नाम से रेंटल बाइक की खरीद फरोख्त की कम्पनी संचालित कर रहा था. अमन ने अपराजित को अपनी कंपनी में पार्टनर बनाने का लालच देकर उसके नाम से स्कूटी, मोबाइल फोन और टेवलेट फाइनेंस करवाया. साथ ही बिजनेश में पार्टनरशिप के एवज में धोखाधड़ी करते हुए करीब 2.54 लाख रुपए भी हड़प लिए. पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ थाना प्रेमनगर में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.

धोखाधड़ी का तरीका: पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी अमन जयसवाल ने अपनी पत्नी संजना सिंह के साथ मिलकर ओम साई ट्रेडर्स के नाम से रेंटल बाइक खरीद-फरोख्त की एक कम्पनी बनाई गई थी. इस कंपनी में अमन ने अमन बेनीवाल नाम के व्यक्ति को मैनेजर रखा था. आरोपी अमन अपनी पत्नी के साथ मिलकर लोगों को फाइनेंस पर बाइक व कार खरीदकर अपनी कम्पनी में रेन्ट पर लगवाने और उससे अच्छा मुनाफा होने का लालच देकर अपने विश्वास में लिया जाता था. इसके बाद फाइनेंस किये हुए वाहनों को आगे अन्य लोगों को बेचकर धोखाधड़ी करता था.

पुलिस के मुताबिक आरोपी बेहद शातिर किस्म का अपराधी है और उसका व उसके मैनेजर का नाम एक जैसा होने का फायदा उठाते हुए आरोपी अमन जयसवाल ने अपने मैनेजर के नाम की आईडी का प्रयोग कर फाइनेंस पर कई वाहनों को खरीदा था.

मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा थे आरोपी दंपति: आरोपी फाइनेंस पर खरीदे हुए वाहनों को सीधे-साधे लोगों को बेच देता था और बाद में फाइनेंस की किश्त नहीं चुकाने के कारण फाइनेंस कम्पनी द्वारा वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया जाता था. आरोपी ने कई लोगों को इसी प्रकार अपने विश्वास में लेकर उनके नाम से दोपहिया, चार पहिया वाहन, महंगे टैबलेट, स्मार्ट वॉच आदी फाइनेंस करवाए थे, जिन्हें आरोपी ने धोखाधड़ी से आगे कई लोगों को बेच किया करता था. मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी अमन अपनी पत्नी और अन्य साथी के साथ लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सम्भावित स्थानों पर दबिशें दी गई थी, लेकिन आरोपी पुलिस से बचने के लिये लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था.

थाना प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था. गठित टीम ने आज आरोपी अमन कुमार जयसवाल और उसकी पत्नी संजना सिंह को मुखबिर की सूचना पर ठाकुरपुर रोड बसंत कुंज लेन नंबर एक से गिरफ्तार किया. साथ ही आरोपियों के खिलाफ पहले में उत्तर प्रदेश में तीन मुकदमें दर्ज है.

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देहरादून: लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बंटी-बबली को देहरादून पुलिस ने प्रेम नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी दंपति के खिलाफ प्रेम नगर की रहने वाली श्योमली ने पुलिस को तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार किया और पूरे मामले का खुलासा किया.

पुलिस ने बताया कि श्योमली ने थाने में एक तहरीर दी थी. तहरीर में श्योमली ने बताया था कि उनके पति अपराजित की मुलाकात अमन जयसवाल नाम के व्यक्ति से हुई थी. अमन ओम साई ट्रेडर्स के नाम से रेंटल बाइक की खरीद फरोख्त की कम्पनी संचालित कर रहा था. अमन ने अपराजित को अपनी कंपनी में पार्टनर बनाने का लालच देकर उसके नाम से स्कूटी, मोबाइल फोन और टेवलेट फाइनेंस करवाया. साथ ही बिजनेश में पार्टनरशिप के एवज में धोखाधड़ी करते हुए करीब 2.54 लाख रुपए भी हड़प लिए. पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ थाना प्रेमनगर में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.

धोखाधड़ी का तरीका: पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी अमन जयसवाल ने अपनी पत्नी संजना सिंह के साथ मिलकर ओम साई ट्रेडर्स के नाम से रेंटल बाइक खरीद-फरोख्त की एक कम्पनी बनाई गई थी. इस कंपनी में अमन ने अमन बेनीवाल नाम के व्यक्ति को मैनेजर रखा था. आरोपी अमन अपनी पत्नी के साथ मिलकर लोगों को फाइनेंस पर बाइक व कार खरीदकर अपनी कम्पनी में रेन्ट पर लगवाने और उससे अच्छा मुनाफा होने का लालच देकर अपने विश्वास में लिया जाता था. इसके बाद फाइनेंस किये हुए वाहनों को आगे अन्य लोगों को बेचकर धोखाधड़ी करता था.

पुलिस के मुताबिक आरोपी बेहद शातिर किस्म का अपराधी है और उसका व उसके मैनेजर का नाम एक जैसा होने का फायदा उठाते हुए आरोपी अमन जयसवाल ने अपने मैनेजर के नाम की आईडी का प्रयोग कर फाइनेंस पर कई वाहनों को खरीदा था.

मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा थे आरोपी दंपति: आरोपी फाइनेंस पर खरीदे हुए वाहनों को सीधे-साधे लोगों को बेच देता था और बाद में फाइनेंस की किश्त नहीं चुकाने के कारण फाइनेंस कम्पनी द्वारा वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया जाता था. आरोपी ने कई लोगों को इसी प्रकार अपने विश्वास में लेकर उनके नाम से दोपहिया, चार पहिया वाहन, महंगे टैबलेट, स्मार्ट वॉच आदी फाइनेंस करवाए थे, जिन्हें आरोपी ने धोखाधड़ी से आगे कई लोगों को बेच किया करता था. मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी अमन अपनी पत्नी और अन्य साथी के साथ लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सम्भावित स्थानों पर दबिशें दी गई थी, लेकिन आरोपी पुलिस से बचने के लिये लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था.

थाना प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था. गठित टीम ने आज आरोपी अमन कुमार जयसवाल और उसकी पत्नी संजना सिंह को मुखबिर की सूचना पर ठाकुरपुर रोड बसंत कुंज लेन नंबर एक से गिरफ्तार किया. साथ ही आरोपियों के खिलाफ पहले में उत्तर प्रदेश में तीन मुकदमें दर्ज है.

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