देहरादून: 31 मार्च को नगर निगम का वित्तीय वर्ष 2023-24 खत्म हो चुका है. इस साल नगर निगम में 57 करोड़ रुपए का भवन कर जमा हुआ है. इस बार जमा हुआ भवन कर पिछले साल की तुलना में 5 करोड़ रुपए अधिक है. नगर निगम का इस साल करीब 60 करोड़ रुपए का लक्ष्य था, लेकिन अपने लक्ष्य से 3 करोड़ रुपए पीछे रह गया. कई बड़े बकायेदार अभी तक टैक्स जमा करने नहीं आए हैं. जिस पर नगर निगम ने ऐसे डिफॉल्टर की सूची तैयार करेगी. अगले महीने से कार्रवाई करना शुरू करेगी. अब अगले एक हफ्ते तक नगर निगम का सॉफ्टवेयर अपग्रेड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर अपग्रेड होने के एक हफ्ते के बाद अप्रैल महीने में कर दाताओं को भवन कर जमा करने पर 20 प्रतिशत के साथ 05 प्रतिशत अतिरिक्त छूट दी जाएगी. नगर निगम ने अप्रैल महीने में भी भवन कर करीब 07 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है.
बता दें नगर निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 60 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा था. लक्ष्य पूरा करने के लिए नगर निगम द्वारा नगर निगम के वार्डो में कैंप की व्यवस्था की गई थी. साथ ही वित्तीय वर्ष के अंतिम तीन की छुट्टी थी,लेकिन नगर निगम द्वारा तीन दिन की छुट्टी होने के बावजूद नगर निगम में काउंटर खोल कर भवन कर जमा हुआ. अब 31 मार्च तक टैक्स जमा नहीं करने वाले बकायेदारों से 12 प्रतिशत ब्याज के साथ बकाया वसूला जाएगा. साथ ही जिन करदाताओं ने टैक्स जमा नहीं किया उनके खिलाफ अगले महीने सूची तैयार करके कार्रवाई की जायेगी.
नगर निगम की डिफॉल्टर की सूची में मुख्य नाम श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंस अस्पताल,महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज,उत्तराखंड एनवायरमेंट प्रोटेक्शन एंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड,रेजिडेंट अपार्टमेंट सहस्त्रधारा सब स्टेशन,रैमटेक सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन, आंचल दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ,रीगल इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कोलागढ़ विद्युत सब स्टेशन शामिल हैं.
कर अधीक्षक नगर निगम के धर्मेश पैन्यूली ने बताया वित्तीय वर्ष 2023-24 में भवन कर 57 करोड़ रुपए का जमा हुआ है,जो पिछले वित्तीय वर्ष से पांच करोड़ रुपए अधिक है. अप्रैल महीने में करदाताओं 20 प्रतिशत की छूट दी गई है. अप्रैल महीने में नगर निगम का लक्ष्य करीब 07 करोड़ रुपए का है. पिछले वित्तीय वर्ष में भी 7 करोड़ रुपए का भवन कर जमा हुआ.