ETV Bharat / state

ऐतिहासिक झंडा जी का आरोहण पूरा, पंजाब के हरभजन सिंह ने चढ़ाया दर्शनी गिलाफ, कई साल पहले की थी बुकिंग - Dehradun jhanda ji Mela

Dehradun jhanda ji Mela, History of jhanda ji Mela द्रोणनगरी देहरादून में आजकल झंडा मेले की धूम हैं. आज निशान साहिब (ध्वज दंड) के आरोहण की प्रक्रिया पूरी हुई. इस साल पंजाब के हरभजन सिंह ने दर्शनी गिलाफ चढ़ाया. कई साल पहले हरभजन के परिजनों ने इसके लिए बुकिंग करवाई थी. दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए साल 2132 तक के लिए बुकिंग हो चुकी है.

Etv Bharat
ऐतिहासिक झंडा जी मेला
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 30, 2024, 5:01 PM IST

Updated : Mar 30, 2024, 9:06 PM IST

ऐतिहासिक झंडा जी मेला

देहरादून: शनिवार को देहरादून में मौजूद श्री गुरु राम राय दरबार साहिब में निशान साहिब (ध्वज दंड) के आरोहण की प्रक्रिया पूरी हुई. इस मौके पर 3 अलग-अलग तरह गिलाफ के आवरण झंडा जी पर चढ़ाए गये. इस साल पंजाब के हरभजन सिंह ने दर्शनी गिलाफ चढ़ाया. कई साल पहले हरभजन के परिजनों ने इसके लिए बुकिंग करवाई थी. दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए साल 2132 तक के लिए बुकिंग हो चुकी है.

बता दें शनिवार सुबह 7 बजे से श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने विशेष पूजा अर्चना की. जिसके बाद श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई. इसके बाद संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया गया. विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात् अरदास की गयी. दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र घ्वज दण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया गया. दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया गया. गुरुद्वारा परिसर में 5 एलईडी स्क्रीनों सहित फेसबुक,यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है.

Dehradun jhanda ji Mela
ऐतिहासिक है देहरादून का झंडा जी मेला

गिलाफ चढ़ाने की ये है प्रक्रिया: श्री झंडा जी साहेब पर गिलाफ चढ़ाने का काम लगभग पूरा हो गया है. जगह जगह से आई संगतों ने श्रद्धाभाव के साथ गिलाफ चढ़ाने के कार्य को सम्पन्न किया. बता दें श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है. सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है. मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है. सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है. इनकी संख्या 1 (एक) होती है.


1 अप्रैल को होगी नगर परिक्रमा: श्री दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में 1 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी. नगर परिक्रमा सुबह 7ः30 बजे प्रारम्भ होगी. नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगंतें शामिल होंगी. श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है. सोमवार सुबह 7ः30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी. नगर परिक्रमा सहारनपुर चौक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी. यहां संगत को चने, मुरमुरे व गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा. यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घण्टाघर व घण्टाघर से पल्टन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मण्डी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंचेगी. इसके बाद ब्रहमलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चैक होते हुए दोपहर 12ः00 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब पहुंचकर सम्पन्न होगी.

Dehradun jhanda ji Mela
निशान साहिब पर चढ़ाये जा रहे गिलाफ

उत्तर भारत के कई राज्यों से पहुंचते हैं श्रद्धालु: बता दें ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले में शीश नवाने व श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतें हर साल देहरादून पहुंचती हैं. संगतों को साल भर इस पावन बेला के साक्षी बनने का इंतजार रहता है. श्री दरबार साहिब, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से शुक्रवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया. शनिवार को श्री झण्डा जी आरोहण का कार्यक्रम पूरा हुआ.

Dehradun jhanda ji Mela
झंडा जी मेला,


श्री झण्डे जी मेले का ऐतिहासिक महत्व: सिक्खों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय जी महाराज का जन्म सन् 1646 ई. में जिला होशियारपुर के कीरतपुर, पंजाब में हुआ था. श्री गुरु राम राय जी महाराज ने देहरादून को अपनी तपस्थली चुना व श्री दरबार साहिब में लोक कल्याण के लिए विशाल झण्डा लगाकर श्रद्धालुओं को ध्वज से आशीर्वाद लेने का संदेश दिया था. होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी को श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. हर साल श्री झण्डे जी मेल का आयोजन किया जाता है. उल्लेखनीय है कि श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल श्री दरबार साहिब, देहरादून में श्री झण्डे जी मेले का आयोजन किया जाता है.

पढे़ं-द्रोणनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब, ऐतिहासिक दरबार साहिब में विधि-विधान से 86 फीट ऊंचे झंडे जी का आरोहण

ऐतिहासिक झंडा जी मेला

देहरादून: शनिवार को देहरादून में मौजूद श्री गुरु राम राय दरबार साहिब में निशान साहिब (ध्वज दंड) के आरोहण की प्रक्रिया पूरी हुई. इस मौके पर 3 अलग-अलग तरह गिलाफ के आवरण झंडा जी पर चढ़ाए गये. इस साल पंजाब के हरभजन सिंह ने दर्शनी गिलाफ चढ़ाया. कई साल पहले हरभजन के परिजनों ने इसके लिए बुकिंग करवाई थी. दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए साल 2132 तक के लिए बुकिंग हो चुकी है.

बता दें शनिवार सुबह 7 बजे से श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने विशेष पूजा अर्चना की. जिसके बाद श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई. इसके बाद संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया गया. विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात् अरदास की गयी. दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र घ्वज दण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया गया. दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया गया. गुरुद्वारा परिसर में 5 एलईडी स्क्रीनों सहित फेसबुक,यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है.

Dehradun jhanda ji Mela
ऐतिहासिक है देहरादून का झंडा जी मेला

गिलाफ चढ़ाने की ये है प्रक्रिया: श्री झंडा जी साहेब पर गिलाफ चढ़ाने का काम लगभग पूरा हो गया है. जगह जगह से आई संगतों ने श्रद्धाभाव के साथ गिलाफ चढ़ाने के कार्य को सम्पन्न किया. बता दें श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है. सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है. मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है. सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है. इनकी संख्या 1 (एक) होती है.


1 अप्रैल को होगी नगर परिक्रमा: श्री दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में 1 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी. नगर परिक्रमा सुबह 7ः30 बजे प्रारम्भ होगी. नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगंतें शामिल होंगी. श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है. सोमवार सुबह 7ः30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी. नगर परिक्रमा सहारनपुर चौक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी. यहां संगत को चने, मुरमुरे व गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा. यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घण्टाघर व घण्टाघर से पल्टन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मण्डी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंचेगी. इसके बाद ब्रहमलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चैक होते हुए दोपहर 12ः00 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब पहुंचकर सम्पन्न होगी.

Dehradun jhanda ji Mela
निशान साहिब पर चढ़ाये जा रहे गिलाफ

उत्तर भारत के कई राज्यों से पहुंचते हैं श्रद्धालु: बता दें ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले में शीश नवाने व श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतें हर साल देहरादून पहुंचती हैं. संगतों को साल भर इस पावन बेला के साक्षी बनने का इंतजार रहता है. श्री दरबार साहिब, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से शुक्रवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया. शनिवार को श्री झण्डा जी आरोहण का कार्यक्रम पूरा हुआ.

Dehradun jhanda ji Mela
झंडा जी मेला,


श्री झण्डे जी मेले का ऐतिहासिक महत्व: सिक्खों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय जी महाराज का जन्म सन् 1646 ई. में जिला होशियारपुर के कीरतपुर, पंजाब में हुआ था. श्री गुरु राम राय जी महाराज ने देहरादून को अपनी तपस्थली चुना व श्री दरबार साहिब में लोक कल्याण के लिए विशाल झण्डा लगाकर श्रद्धालुओं को ध्वज से आशीर्वाद लेने का संदेश दिया था. होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी को श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. हर साल श्री झण्डे जी मेल का आयोजन किया जाता है. उल्लेखनीय है कि श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल श्री दरबार साहिब, देहरादून में श्री झण्डे जी मेले का आयोजन किया जाता है.

पढे़ं-द्रोणनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब, ऐतिहासिक दरबार साहिब में विधि-विधान से 86 फीट ऊंचे झंडे जी का आरोहण

Last Updated : Mar 30, 2024, 9:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.