अयोध्याः रामनगरी में इस साल और भी भव्य तरीके से दीपोत्सव मनाया जा रहा है. जिसकी शुरुआत सोमवार 28 अक्टूबर से हो गई है, जो 30 अक्टूबर तक चलेगी. राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की पहली दीपावली को भव्य और यादगार बनाने के लिए सरकार और प्रशासन पिछले कई दिनों से तैयारियों में लगा है.
दीपोत्वस से पहले रामनगरी को इस तरह सजाया गया है, जिसे देखते ही हर कोई आकर्षित हो जाए. राम मंदिर परिसर सहित पूरा अयोध्या रंग बिरंगी लाइटों से सज गया है. जगह-जगह लाइटों से 'जय श्रीराम' के साथ भगवान राम के चित्र समेत रामायण अन्य किरदारों से दर्शाया गया है, जो अपने आप में भव्य है. इसके साथ ही राम मंदिर को रंगबिरंगी झालरों से ढक दिया गया है. इसके साथ ही लेजर शो की शुरुआत हो गई है. जिसे देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. वहीं, दीपोत्सव के पहले दिन सरयू घाट पर आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
दीपोत्सव में शामिल होंगी 18 जीवंत झाकियांः अयोध्या मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि इस वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव भगवान राम के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को चित्रित करने वाली 18 जीवंत झांकियां शामिल होंगी. 18 झांकियों में से 11 सूचना विभाग और सात को पर्यटन विभाग तैयार कर रहा है. प्रदर्शनी में भगवान राम की शिक्षा, सीता से विवाह, वनवास, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान की लंका यात्रा, शक्ति बाण से लक्ष्मण की मूर्छा, रावण की हार और भगवान राम की विजयी वापसी जैसे महत्वपूर्ण क्षण शामिल होंगे.
पर्यटन विभाग तुलसीकृत राम चरित मानस के सात अध्यायों को प्रदर्शित करेगा. जिसमें बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, सुंदर कांड, किष्किंधा कांड, लंका कांड और उत्तर कांड शामिल है. इन झांकियों को सजाने का काम शुरू हो गया है. मंडलायुक्त गौरव सभी झांकियां नष्ट होने वाली सामग्री से बनाई जा रही हैं.
28 लाख दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्यः मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि दीपोत्सव को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. इस बार सरयू नदी के किनारे घाटों को रोशन करने के लिए 25 लाख दीये जलाए जाएंगे, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में एक नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे. इसके साथ ही 1100 लोगों द्वारा आरती की व्यवस्था की गई है. वहीं, ड्रोन शो होगा. इस साल सरयू नदी के किनारे 55 घाटों को रोशन करने की तैयारी है, जिसमें 2 मिलियन से अधिक दीपक पहले से ही तैयार हैं. इस वर्ष दीपोत्सव का लक्ष्य 28 लाख दीये जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाना है.