कोरबा : छत्तीसगढ़ में अगले कुछ महीनों में नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव होने हैं. इन चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज सभी जिलों का दौरा कर पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को वे कोरबा जिले के एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे. इस दौरान कोरबा कांग्रेस कार्यालय में उन्होंने कार्यकर्ताओं को आने वाले चुनाव के लिए रिचार्ज किया.
"मजबूती से लड़ेंगे पंचायत चुनाव" : पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आने वाले चुनाव को लेकर कहा कि पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव की तैयारी को लेकर आज दो बैठक कर रहा हूं. कोरबा और बिलासपुर में जाकर तमाम वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री सभी शहर कांग्रेस के अध्यक्ष के साथ बैठक कर रहे हैं, चर्चा कर रहे हैं.
आने वाले समय में मजबूती से एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे. हम ठोस रणनीति के साथ काम कर रहे हैं : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
केदार कश्यप के बयान पर किया पलटवार : उप चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सरकार के मंत्री केदार कश्यप के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार किया है. दीपक बैज ने कहा कि क्या केदार कश्यप कभी चुनाव नहीं हारे हैं? क्या वह अमृत पीकर आए हैं और हमेशा जीते ही हैं. चुनाव में हार और जीत होते रहती है. वह उपचुनाव जीते हैं. कौन सा बड़ा तीर मार लिया है. भारतीय जनता पार्टी की सीट थी. भारतीय जनता के पार्टी के पास चली गई.
कोई भी उपचुनाव सरकार के पक्ष में ही जाता है. पिछले समय हम जब सरकार में 5 उपचुनाव जीते थे, उसमें से भारतीय जनता पार्टी की सीट को भी हमने जीता था. केदार से जाकर पूछिए कि पिछले सरकार में क्यों हारे थे, उस समय केदार कश्यप कहां थे. रायपुर दक्षिण में बीजेपी के 8 बार के विधायक थे. हमारे लिए आसान नहीं था, लेकिन पार्टी ने मजबूती के साथ चुनाव लड़ा : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
21 क्विंटल धान नहीं खरीदने के आरोप : छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने धान खरीदी को लेकर सरकार की नीयत साफ नहीं होने की बात कही है. दीपक बैज ने कहा कि सरकार 1 साल किसानों को पैसा देने के बाद दूसरे साल बुरी तरह हांफने लगी है. देखते जाइए, 6 महीने के भीतर ही 32000 करोड़ रुपए का कर्ज इन्होंने ले लिया है. आखिर यह पैसा कहां गया, सरकार का बजट कहां गया. गांव में एक रुपये का काम नहीं हुआ है.
21 क्विंटल धान खरीदने का वादा करके ये सरकार आई थी. लेकिन आप समितियों में जाकर देखेंगे तो, कहीं 11, कहीं 12 तो कहीं 13 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है. समितियों में 21 क्विंटल की धान खरीद नहीं हो रही है. राशि भी चेक करेंगे तो किसान के खाते में ₹2300 प्रति क्विंटल के हिसाब से पैसे दिए जा रहे हैं, जबकि सरकार ने एकमुश्त ₹3100 देने का वादा किया था. इसलिए कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. कांग्रेस ने निगरानी समिति भी बनाई है. किसानों के लिए कांग्रेस हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार है : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
"किसानों के खिलाफ सरकार षडयंत्र कर रही": किसानों को देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है. किसानों के खिलाफ सरकार षडयंत्र कर रही है. इसलिए कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. कांग्रेस ने निगरानी समिति भी बनाई है. किसानों के लिए कांग्रेस हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार है.
"वेंटिलेटर पर स्वास्थ्य व्यवस्था" : कोरबा जिले में दो दिनों के भीतर नवजात शिशु और मां सहित 4 मौत के प्रश्न पर दीपक ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है. बरसात के मौसम में बस्तर से सरगुजा तक डायरिया से मौत हो रही है. कही मलेरिया से मौत हो रही है तो कहीं एंबुलेंस में ऑक्सिजन खत्म हो जाता है. नकली दवा की सप्लाई हो रही है. मंत्री और पूरी सरकार कमीशनखोरी में मस्त हैं. इसलिए सरकार में स्वस्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लचर हो चुकी है.
"रामविचार नेताम जी का हाल जाना, हादसा दुखद": कृषि मंत्री रामविचार सड़क हादसे के शिकार हो जाने पर दीपक ने प्रतिक्रिया दी है. कहा है कि ऐसे हादसे दु:खद हैं. मै राम चार नेताम जी को देखने पर गया थ. यह दुर्घटनाएं नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसका जिम्मेदार कौन है? क्या हो सकता है? इसपर मेरा कुछ कहना ठीक नहीं है. लेकिन इस तरह की घटनाओं को और जनमानस के साथ जो घटनाएं हो रही हैं. इसे रोकने के लिए उचित प्रयास किए जाने चाहिए. सुरक्षा में कहीं भी चूक नहीं होनी चाहिए.
सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप : दीपक बैज का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर हो चुकी है. यहां विष्णु का सुशासन नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश में जंगल राज चल रहा है. गुंडाराज चल रहा है. अपराधियों का राज चल रहा है, अपराधी सरकार के संरक्षण में हैं. कोरबा जिले की ही बात नहीं है, बड़े शहरों में भी खुलेआम अपराधी घूम रहे हैं.
अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है. लाठी, डंडा लेकर लोग घूम रहे हैं. कहीं पिस्टल चला रहे हैं, कहीं चाकू बाजी हो रही है. हत्या लूट हो रही है. हमारी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. आखिर कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी किसकी है या फिर कानून व्यवस्था भी दिल्ली से ही संभालना होगा. मैं सरकार से यह प्रश्न करता हूं कि आखिर कब छत्तीसगढ़ के कानून व्यवस्था संभलेगी : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
नक्सलवाद पर जल्दबाजी में दिया बयान : पिछले दिनों सीएम विष्णु देव साय ने कहा था कि नक्सलवाद अब अपने अंतिम सांसे गिन रहा है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दीपक ने कहा कि नक्सलवाद पर यह बयान सरकार का ओवर कॉन्फिडेंस है. नक्सलवाद की समाप्ती तो हम भी चाहते हैं, बस्तर की जनता भी चाहती है, लेकिन इसके लिए शांति की पहल होनी चाहिए.
सरकार जब ऐसा कह रही है कि नक्सलवाद अब अपने अंतिम सांस गिन रही है, तब यह ठीक नहीं है. यह जल्दबाजी में दिया गया बयान है : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
कांग्रेस में कलह पर बोले पीसीसी चीफ : कांग्रेस पार्टी में कलह और नेताओं के कार्यक्रमों में नहीं आने के सवाल पर दीपक बैज ने कहा कि जिस कार्यक्रम की बात भाजपाई कह रहे हैं, वह एक छोटा सा गेम जोन का कार्यक्रम था. कोई 200 करोड़ के विकास कार्य का भूमि पूजन नहीं था. फिर भी मेयर, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष, पार्षद सारे लोग उपस्थित थे. लेकिन भारतीय जनता पार्टी से मैं पूछना चाहता हूं कि अभी तक 1 साल हो गए, दो मंत्रियों के पद खाली हैं. अगर इनके यहां इतनी हर्षोल्लाह, खुशियां हैं, तो वह दो मंत्री क्यों नहीं बना पा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी में इतनी अधिक आपसी कलह है कि मैं समझता हूं कि यहां से दिल्ली तक कॉम्पिटिशन चल रहा है. इसलिए दो मंत्रियों के पद खाली हैं.