सीकर : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि 'पंडितजी' के विचारों और आदर्शों का अध्ययन कर उन्हें जीवन में उतारना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रसेवा को निजी स्वार्थ और राजनीति से उपर रखना चाहिए. आज युवाओं के लिए रोजगार के बहुत अवसर हैं.
इससे पहले उपराष्ट्रपति ने रिमोट दबाकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण और ज्ञान उद्यान का लोकार्पण किया. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने आगंतुक अतिथियों को शॉल, श्रीफल और 'पंडितजी' की प्रतिमा देकर स्वागत-सम्मान किया. पंडित दीनदयाल उपाधाय की 108वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम के तहत पौधारोपण किया. उन्होंने कहा कि "मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे पंडितजी की जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला." उन्होंने विद्यार्थियों से विवि में एक पेड़ लगा कर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी लेने का संकल्प भी दिलाया.
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राज्यपाल ने डाला पंडितजी के गुणों पर प्रकाश : पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने की. समारोह में राज्यपाल बागड़े ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से पंडित दीन दयाल उपाध्याय की विशेषताओं पर प्रकाश डाला. राज्यपाल बागड़े ने कहा कि यह विवि पंडित दीनदयाल के नाम पर स्थापित है, इसलिए यहां 'पंडितजी' पर बहुत काम किया जा सकता है. विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा और एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा थे.