जयपुर : राज्य के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने खींवसर विधानसभा क्षेत्र में जीत को लेकर अपनी मूंछे तक दांव पर लगा दी थी. अब खींवसर में मिली भाजपा की जीत के बाद सिविल लाइंस इलाके में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के घर के बाहर मूंछों की होर्डिंग लगाए गए हैं, जो अब चर्चा का विषय बन गए हैं.
वहीं, चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर अपनी मूंछों पर ताव देते नजर आए. उन्होंने कहा कि भले ही मैं लोहावट से चुनाव लड़ता हूं, लेकिन मैंने खींवसर क्षेत्र में भी काफी काम किया है. चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि जब मैं आवाज उठाऊंगा तो जनता मेरी पूरी मदद करेगी. उन्होंने कहा कि आखिरी समय में कांग्रेस और आरएलपी के बीच गठबंधन हो गया था. उसके बाद चुनाव काफी पेचीदा हो गया था. उस जगह पहले से ही जाट समाज के एक बड़े नेता मैदान में थे तो वहीं, कांग्रेस का साथ मिलने के बाद और मजबूत हो गए. ऐसे में खींवसर का चुनाव हमारे लिए काफी मुश्किल हो गया था.
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हाईकमान से मिला निर्देश : चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जब बात मूंछों पर आ गई तो हाईकमान और मुख्यमंत्री से मुझे निर्देश मिला कि यह सीट कैसे भी निकालनी है. चाहे साम, दाम, दंड, भेद अपनाना पड़े. मूंछों को लेकर दिए गए बयान पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि यह बयान काफी भावनाओं से जुड़ा हुआ था और जनता ने वोटिंग भी जबरदस्त की थी. यहां तक कि जो लोग कांग्रेस को वोट देते थे, वो भी हमारे साथ आकर खड़े हो गए.
मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि इस परिस्थिति में मर्द तो यही कहेगा कि मूंछों का सवाल है और खींवसर की जनता ने उनकी मूंछों की आन रखी. हालांकि, जब उनसे यह पूछा गया कि पहले मिसाल दी जाती थी कि मूंछे हो तो नत्थू लाल जैसी तो इस पर मजाकिया अंदाज में उन्होंने कहा कि फिलहाल तो मेरी मूंछे काफी छोटी हैं. आप कोई उपाय हो तो बता दीजिए, ताकि ये बड़ी हो जाएं.