देहरादून: उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के सेवा विस्तार को लेकर फिलहाल संशय बरकरार है. हालांकि, राज्य सरकार की तरफ से राधा रतूड़ी के सेवा विस्तार के लिए केंद्र को पत्र भेज दिया गया है, लेकिन उनकी सेवानिवृत्ति से तीन दिन पहले तक भी केंद्र से अब तक इस पर कोई मंजूरी नहीं मिल पाई है. हालांकि, अब भी उनके सेवा विस्तार को लेकर संभावनाएं बनी हुई है.
उधर, खास बात ये भी है कि राधा रतूड़ी ने मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए भी आवेदन किया हुआ है. काफी लंबे समय से मुख्य सूचना आयुक्त पद पर किसी अधिकारी की नियुक्ति का इंतजार किया जा रहा है. खबर है कि 30 अगस्त तक मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख तय की गई थी और इससे पहले राधा रतूड़ी ने भी इस पद के लिए आवेदन किया था.
31 मार्च को रिटायर हो रही थीं राधा रतूड़ी, 6 महीने का दिया गया सेवा विस्तार: बता दें कि मुख्य सचिव राधा रतूड़ी 31 मार्च को इसी साल रिटायर हो रही थीं, लेकिन उत्तराखंड सरकार के पत्र के बाद भारत सरकार की मंजूरी के साथ ही उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार दिया गया था. अब मुख्य सचिव का 30 सितंबर को सेवा विस्तार खत्म हो रहा है. इससे पहले एक और सेवा विस्तार के लिए आशंकाएं व्यक्त की जाने लगी हैं. उधर, राधा रतूड़ी के मुख्य सूचना आयुक्त पद पर आवेदन करने के चलते कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं.
पुलिस महानिदेशक पद के लिए स्थायी तैनाती को लेकर भी लेना है निर्णय: एक तरफ राज्य में मुख्य सचिव पद के लिए संशय बरकरार है तो दूसरी तरफ लंबे समय बाद पुलिस महानिदेशक पद के लिए स्थायी तैनाती को लेकर निर्णय होने जा रहा है. आगामी 30 सितंबर को यूपीएससी दिल्ली में इसके लिए डीपीसी करने जा रहा है. इस बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी मौजूद रहेंगी. इस डीपीसी (डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी) के बाद उत्तराखंड को स्थाई डीजीपी मिल सकेगा.
फिलहाल, प्रदेश में सीनियर आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार प्रभारी पुलिस महानिदेशक के तौर पर जिम्मेदारी देख रहे हैं. पुलिस महानिदेशक पद के लिए पीवी के प्रसाद, दीपम सेठ और अभिनव कुमार का नाम मुख्य रूप से चर्चा में है. माना जा रहा है कि दीपम सेठ या अभिनव कुमार को ही स्थायी डीजीपी के तौर पर मौका मिल सकता है.
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