जयपुर. राजस्थान की 16वीं विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन बुधवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद-विवाद के दौरान रामगढ़ से कांग्रेस विधायक जुबैर खान ने गीता और द्रौपदी का जिक्र किया. इस दौरान भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों में तीखी नोंक-झोंक हुई. सभापति के आसन पर मौजूद राजेंद्र पारीक को दखल देकर शांत करवाना पड़ा. उन्होंने सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को कड़े शब्दों में चेतावनी भी दी. हालांकि, जुबैर खान के संबोधन के दौरान कई बार भाजपा के सदस्यों ने खड़े होकर हंगामा किया. सभापति को बार-बार दखल देना पड़ा. जुबैर खान ने कहा, सिविल लाइन से आने वाले विधायक गोपाल शर्मा ने द्रौपदी के चीरहरण का जिक्र किया है. यह सदन की परंपरा नहीं है. इसे कार्रवाई से निकाला जाना चाहिए.
सत्य अकेला और असत्य की फौज लंबी होगी : उन्होंने गीता का हवाला देते हुए कहा, जब सत्य की असत्य से लड़ाई होगी तो सत्य अकेला खड़ा होगा और असत्य की फौज लंबी होगी. क्योंकि सत्य के पीछे मूर्खों का झुंड खड़ा होगा. इस पर भाजपा के विधायकों ने खड़े होकर बोलना शुरू कर दिया. कांग्रेस और भाजपा सदस्यों के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई. इस पर सभापति के आसन पर मौजूद राजेंद्र पारीक को दखल देना पड़ा.
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सभापति की मुख्य सचेतक को चेतावनी : सभापति के आसान पर मौजूद राजेंद्र पारीक ने मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को चेतावनी देते हुए कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बार-बार खड़े होकर गतिरोध पैदा करना. यह सदन की मर्यादा नहीं है. यह सदन परंपराओं से चलेगा. जो वक्ता बोल रहा है. उसे बोलने दिया जाए. बार-बार बीच में रोका-टोकी करने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उपमुख्यमंत्री की शपथ पर हंगामा : जुबैर खान ने संविधान और बाबा साहब का जिक्र करते हुए कहा कि किसी ने मंत्री के रूप में, किसी ने मुख्यमंत्री के रूप में और किसी ने जबरदस्ती असंवैधानिक तरीके से उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इस पर भाजपा के सदस्यों ने सचिन पायलट द्वारा उपमुख्यमंत्री की शपथ लेने की बात कहते हुए हंगामा किया. जवाब में कांग्रेस के सदस्य भी उठ खड़े हुए. दोनों पक्षों में तीखी नोंक-झोंक हुई.
डबल इंजन की सरकार पर करारा व्यंग्य : जुबैर खान बोले, भाजपा विधायक अनीता भदेल ने डबल इंजन की सरकार का जिक्र किया. डबल इंजन की जरूरत तब पड़ती है. जब एक इंजन ट्रेन को खींच नहीं पाता है. हमारे तो अशोक गहलोत की सरकार एक इंजन की थी. पांच साल जनकल्याण के खूब काम किए. लम्पी महामारी में गोमाता की मौत पर अनुदान भी दिया.कर्नाटक में हमारी पार्टी की सरकार जानता से किए हर वादे को सिंगल इंजन की सरकार पूरा कर रही है. आपको डबल इंजन की सरकार की जरूरत है. कांग्रेस को नहीं.
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राष्ट्रपति को क्यों नहीं बुलाया : जुबैर खान ने कहा कि आप आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने की बात कहते हैं. हम इसका स्वागत करते हैं. लेकिन उन्हें नए संसद भवन के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में क्यों नहीं बुलाया गया. राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया. जुबैर कहा के संबोधन के दौरान पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में कई बार नोंक-झोंक हुई तो सभापति को यह तक कहना पड़ा कि क्या हम आपस में बैठकर वाद-विवाद कर लें. आप आसन को मजबूर मत कीजिए.
कर्ज को लेकर कही ये बात : जुबैर खान ने कहा कि अभिभाषण में राज्यपाल से सरकार ने कर्ज के बारे में कहलवाया है. देश में आजादी से 2014 तक प्रधानमंत्रियों ने 54 लाख करोड़ रुपए का कर्जा लिया है. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से 2023 तक 205 करोड़ रुपए का कर्जा लिया. यह कर्ज किसलिए लिया जा रहा है क्योंकि अडानी और अंबानी के कर्ज माफ किए जा रहे हैं और जनता पर कर्ज थोपा जा रहा है.
इंडिया शब्द को लेकर किया प्रहार : जुबैर खान ने कहा कि ये लोग इंडिया शब्द की बात करते हैं कि यह शब्द टुकड़े-टुकड़े करने वाला है. स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, शाइनिंग इंडिया, खेलो इंडिया, जीतेगा इंडिया, पढ़ेगा इंडिया, बढ़ेगा इंडिया यह नारे किसने दिए हैं. यह नारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए हैं.
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पलायन और तुष्टिकरण पर भी रखी बात : जुबैर खान बोले, यह बात भी कही गई की पलायन हो रहा है. कहां जाएं परकोट के लोग. जो लोग पढ़ लिख गए हैं. शादियां कर ली. वह बड़ी कॉलोनी और सोसाइटी में मकान-फ्लैट ले रहे हैं. आप लोगों ने यह हालत कर दी कि मेरे जैसा आदमी कोई फ्लैट लेने जाता है तो कहा जाता है कि मुसलमान को फ्लैट नहीं देंगे.
शेखावत सदन में रहते थे, आज सीएम बैठते नहीं : जुबैर खान ने कहा कि अभिभाषण में भैरोसिंह शेखावत का जिक्र किया गया है. सदन में जब कोई नया सदस्य भी बोलता तो वे बैठते थे. लेकिन आज मुख्यमंत्री सदन में नहीं बैठते. जयपुर में ही रहकर यहां-वहां चौपाल लगाते रहते हैं. लेकिन सदन में नहीं आते हैं.
29 जनवरी तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित : राजस्थान की 16वीं विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को 29 जनवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले कार्य सलाहकार समिति की बैठक हुई. इसके प्रथम प्रतिवेदन में आंशिक संशोधन करते हुए 29 जनवरी से 8 फरवरी तक अग्रतर किए जाने वाले कार्यों का बंटवारा किया. मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने सदन में कार्य सलाहकार समिति के प्रतिवेदन पर उपस्थापन किया. इसके बाद सदन में इस पर विचार किया गया. उन्होंने बताया कि कार्य सलाहकार समिति की बैठक बुधवार 24 जनवरी को दोपहर 3 बजे विधानसभा स्पीकर की अध्यक्षता में हुई. समिति ने अपने प्रथम प्रतिवेदन में आंशिक संशोधन करते हुए सोमवार 29 जनवरी से 8 फरवरी सदन के अग्रतर लिए जाने वाले कार्य का बंटवारा किया गया.
उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को राजस्थान माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2024 पर विचार एवं पारण किया जाएगा. जल प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम 1974 में संशोधनों के संबंध में प्रस्तुत शासकीय संकल्प पर विचार एवं पारण के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद विवाद होगा. जबकि 30 जनवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद विवाद और राज्य सरकार की ओर से उत्तर प्रस्तुत किया जाएगा.
8 फरवरी को पेश होगा लेखानुदान : उन्होंने बताया कि 31 जनवरी से 7 फरवरी 2024 तक विधानसभा की बैठक नहीं होगी. इसके बाद 8 फरवरी को लेखानुदान अनुमान 2024 का उपस्थापन, वर्ष 2024-25 के लिए लेखानुदान वोट ऑन अकाउंट संबंधित विवरण का प्रस्तुतीकरण, लेखानुदान संबंधी प्रस्ताव का पारण, लेखानुदान संबंधी विधियोग विधायक की पुरस्थापन पूरा, उस पर विचार व पारण, अनुपूरक अनुदान की मांगे वर्ष 2023-24, अनुपूरक अनुदान की मांगे 2023-24 द्वितीय संकलन पर मुख्य बंध का प्रयोग किया जाकर मतदान एवं पारण किया जाएगा.