गोरखपुर : गोरखपुर में भाजपा के विधायक और जनप्रतिनिधि अपने जान के खतरे को लेकर लगातार बयान जारी कर रहे हैं. भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह के बाद अब चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सरवन निषाद ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि दो बार जान माल की धमकी मिलने के बाद भी जिला प्रशासन ने मनमाने तरीके से उन्हें दी गई सुरक्षा को हटा लिया है.
विधायक सरवन निषाद ने अपना यह बयान मीडिया में जारी करते हुए कहा है कि गोरखपुर का जिला प्रशासन उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है. ऐसे में वे अपना मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखेंगे. उन्होंने आरोप लगाया है कि गोरखपुर की पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है. वहीं जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर नहीं है.
सरवन निषाद, निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद के पुत्र हैं. वह भाजपा के टिकट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं. प्रशासन के ऊपर उन्होंने अपनी सुरक्षा हटाए जाने के आरोप लगाकर प्रशासन की कार्यशैली को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है. इससे पहले कैंपियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है.
एक अन्य मामले में विधायक सरवन निषाद की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, दीपक कुमार जायसवाल का चौरी चौरा पुलिस उत्पीड़न कर रही है. पुलिस का यह व्यवहार घोर निंदनीय और मनमानी पूर्ण रवैया है. राजनीति में मुकदमे दर्ज होते हैं इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपराधी हैं. चौरी चौरा पुलिस ने जो दुर्व्यवहार किया है, वह सरासर गलत है.
कार्यालय में घुसकर एक सम्मानित व्यक्ति और वरिष्ठ भाजपा नेता को अपराधी कहना कहीं से भी सही नहीं है. इससे समाज में गलत संदेश जाता है और कार्यकर्ताओं में निराशा होती है. उन्होंने कहा कि यह सब मामले सीएम योगी के संज्ञान में लाकर दोषी अधिकारियों की पोल खोलने और उन्हें दंडित कराने का कार्य करुंगा.