ETV Bharat / state

चुहकीमार जंगल में करंट से तीन हाथियों की मौत की होगी जांच, बिलासपुर में शिकारियों ने ली हाथी के बच्चे की जान - DEATH OF JUMBO WILL INVESTIGATED

रायगढ़ में करंट से तीन हाथियों की मौत पर सीएम ने जांच रिपोर्ट मंगाई है. बिलासपुर में शिकारियों के लगाए करंट से हाथी की मौत.

DEATH OF JUMBO WILL INVESTIGATED
सीएम ने मंगाई रिपोर्ट (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 1, 2024, 8:47 PM IST

Updated : Nov 1, 2024, 10:10 PM IST

रायपुर: बीते दिनों रायगढ़ के घरघोड़ा फॉरेस्ट इलाके में तीन हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई. चुहकीमार के जंगल में हुई हाथियों की मौत पर जहां वन विभाग अपनी जांच कर रहा है. वहीं अब सीएम ने भी घटना की रिपोर्ट मंगाई है. सीएम ने रायपुर में मीडिया से बातचीत में कहा है कि घटना काफी दुखद है. हाथियों की मौत कैसे हुई कहां चूक हुई इसकी जांच की जाएगी. सीएम ने कहा कि रिपोर्ट मंगाई गई है. रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले को गंभीरता के साथ देखा जाएगा.

तीन हाथियों की मौत की होगी जांच: रायगढ़ वन मंडल पहले से ही तीन हाथियों की मौत की जांच में जुटा है. सीएम के रिपोर्ट मंगाने के बाद जांच में और तेजी आएगी. छत्तीसगढ़ के घने जगंल हमेशा से ही हाथियों के लिए उपयुक्त जंगल रहे हैं. मध्य प्रदेश की सीमा से लगने के चलते हाथियों का झुंड अक्सर मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ आता और कुछ दिन यहां बिताकर फिर वापस लौट जाता है. सालों से हाथियों का ये आने जाने का सिलसिला जारी है. हाथियों और इंसानों के बीच कई बार संघर्ष भी होता है.

सीएम ने मंगाई रिपोर्ट (ETV Bharat)

करंट लगने से बिलापुर में हाथी के बच्चे की मौत: बिलासपुर में हाथी के बच्चे की करंट से मौत हो गई. शक जताया जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत शिकारियों के लगाए करंट की चपेट में आने से हुई है. वन विभाग के अधिकारी ने इस बात की जानकारी शुक्रवार को दी. वन विभाग के अधिकारी के मुताबिक हाथी के बच्चे का शव तखतपुर रेंज के परसापारा गांव के करीब मिला है. वन विभाग के मुताबिक हाथी के बच्चे की उम्र तीन से चार साल की है. वन विभाग को शक है कि जंगली सूअर को मारने के लिए शिकारियों ने करंट लगाया था लेकिन उसकी जद में हाथी का बच्चा आ गया.

हाथियों और इंसानों का आमना सामना: आंकड़ों के मुताबिक पिछले 6 सालों में करीब सत्तर हाथियों की मौत हुई है. सूरजपुर, बलरामपुर, कोरबा, सरगुजा और रायगढ़ के जंगल में बड़ी संख्या में हाथी आते जाते रहते हैं. झारखंड की सीमा से सटे होने के चलते हाथियों के लिए एक बढ़िया कॉरिडोर भी बना हुआ है. जैसे किसी जंगल में खाने पीने की दिक्कत होती है हाथी दूसरे इलाके में मूव कर जाते हैं.

एमसीबी में मेहमाननवाजी का मजा लेने के बाद डेढ़ दर्जन हाथियों का झुंड मध्य प्रदेश कर गया कूच
रायगढ़ में करंट की चपेट में आकर 3 हाथियों की मौत
मरियम टोली में जंबो का जानलेवा हमला, एक की मौत एक की हालत गंभीर, आगडीह में दहशत - Elephant attack in Jashpur

रायपुर: बीते दिनों रायगढ़ के घरघोड़ा फॉरेस्ट इलाके में तीन हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई. चुहकीमार के जंगल में हुई हाथियों की मौत पर जहां वन विभाग अपनी जांच कर रहा है. वहीं अब सीएम ने भी घटना की रिपोर्ट मंगाई है. सीएम ने रायपुर में मीडिया से बातचीत में कहा है कि घटना काफी दुखद है. हाथियों की मौत कैसे हुई कहां चूक हुई इसकी जांच की जाएगी. सीएम ने कहा कि रिपोर्ट मंगाई गई है. रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले को गंभीरता के साथ देखा जाएगा.

तीन हाथियों की मौत की होगी जांच: रायगढ़ वन मंडल पहले से ही तीन हाथियों की मौत की जांच में जुटा है. सीएम के रिपोर्ट मंगाने के बाद जांच में और तेजी आएगी. छत्तीसगढ़ के घने जगंल हमेशा से ही हाथियों के लिए उपयुक्त जंगल रहे हैं. मध्य प्रदेश की सीमा से लगने के चलते हाथियों का झुंड अक्सर मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ आता और कुछ दिन यहां बिताकर फिर वापस लौट जाता है. सालों से हाथियों का ये आने जाने का सिलसिला जारी है. हाथियों और इंसानों के बीच कई बार संघर्ष भी होता है.

सीएम ने मंगाई रिपोर्ट (ETV Bharat)

करंट लगने से बिलापुर में हाथी के बच्चे की मौत: बिलासपुर में हाथी के बच्चे की करंट से मौत हो गई. शक जताया जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत शिकारियों के लगाए करंट की चपेट में आने से हुई है. वन विभाग के अधिकारी ने इस बात की जानकारी शुक्रवार को दी. वन विभाग के अधिकारी के मुताबिक हाथी के बच्चे का शव तखतपुर रेंज के परसापारा गांव के करीब मिला है. वन विभाग के मुताबिक हाथी के बच्चे की उम्र तीन से चार साल की है. वन विभाग को शक है कि जंगली सूअर को मारने के लिए शिकारियों ने करंट लगाया था लेकिन उसकी जद में हाथी का बच्चा आ गया.

हाथियों और इंसानों का आमना सामना: आंकड़ों के मुताबिक पिछले 6 सालों में करीब सत्तर हाथियों की मौत हुई है. सूरजपुर, बलरामपुर, कोरबा, सरगुजा और रायगढ़ के जंगल में बड़ी संख्या में हाथी आते जाते रहते हैं. झारखंड की सीमा से सटे होने के चलते हाथियों के लिए एक बढ़िया कॉरिडोर भी बना हुआ है. जैसे किसी जंगल में खाने पीने की दिक्कत होती है हाथी दूसरे इलाके में मूव कर जाते हैं.

एमसीबी में मेहमाननवाजी का मजा लेने के बाद डेढ़ दर्जन हाथियों का झुंड मध्य प्रदेश कर गया कूच
रायगढ़ में करंट की चपेट में आकर 3 हाथियों की मौत
मरियम टोली में जंबो का जानलेवा हमला, एक की मौत एक की हालत गंभीर, आगडीह में दहशत - Elephant attack in Jashpur
Last Updated : Nov 1, 2024, 10:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.