दुर्ग: दुर्ग के भिलाई में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक युवक की मौत का केस सामने या है. युवक उल्टी दस्त और बुखार से पीड़ित था. युवक के परिजनों का आरोप है कि उसे इलाज के लिए मोहल्ले के एक डॉक्टर के पास ले जाया गया. डॉक्टर ने युवक को तीन इंजेक्शन दिए. उसके बाद पीड़ित युवक सेंसलेस हो गया. आनन फानन में उसे भिलाई के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इंजेक्शन लगते ही युवक की गई आवाज: जिस युवक की मौत हुई है उसका नाम जितेंद्र पांडेय हैं. जितेंद्र पांडेय के भाई आर पांडेय ने बताया कि डॉक्टर ने जैसे ही उसे तीन इंजेक्शन दिए. राहुल की आवाज चली गई. सब लोग घबरा गए और उसे सरकारी अस्पताल लेकर आए. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जितेंद्र पेशे से ड्राइवर है और दो दिन पहले ही घर आया था. यहां अचानक उसकी तबीयत खराब हुई और उसे झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना महंगा पड़ गया.
डॉक्टर हुआ फरार: पुलिस ने इस घटना के बाद परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है. आरोपी डॉक्टर सत्येंद्र शर्मा मौके से फरार बताया जा रहा है. पुलिस फरार डॉक्टर की तलाश कर रही है.
युवक की मौत हुई है, रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है. सुपेला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए शव को भिजवाया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस केस में कुछ कहा जाएगा.: महेश ध्रुव , भिलाई तीन थाना
छत्तीसगढ़ में झोलाछाप डॉक्टर्स से इलाज के बाद मौत की घटनाएं होती रहती है. ऐसे में मरीजों को चाहिए कि वह रजिस्टर्ड डॉक्टरों और डिग्रीधारी चिकित्सकों से इलाज कराए. झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज में न पड़ें