बूंदी. जिले के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर एरिया में अवैध रूप से जूलीफ्लोरा की कटिंग के मामले में कार्रवाई की गई है. यह कार्रवाई बूंदी के उपवन संरक्षक तरुण मेहरा के निर्देश पर हिंडोली रेंजर ने की है. इसके तहत एक जेसीबी मशीन, चार ट्रैक्टर और दो जूलीफ्लोरा चॉपर (कटर मशीन) जब्त की गईं हैं. इन्हें जब्त कर हिंडोली रेंज ऑफिस में रखवाया गया है.
डीसीएफ मेहरा का कहना है कि बूंदी में ज्वाइन करने के बाद उन्होंने हिंडोली एरिया में अवैध रूप से दिए गए जूलीफ्लोरा की कटिंग पर कार्रवाई की थी. इसके लिए टोंक जिले के लोग अवैध रूप से इसे काटने के लिए आते थे. उनके स्थानांतरण होने की सूचना के बाद यह लोग देर रात को वापस कटिंग करने पहुंच गए थे. स्थानीय लोगों से इस संबंध में सूचना मिली, जिसके बाद हिंडोली रेंजर को भेजकर कार्रवाई की गई है. मौके पर मिले वाहनों को जब्त कर लिया गया है. अवैध रूप से जूलीफ्लोरा कटिंग का मुकदमा भी दर्ज हुआ है.
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1 महीने में तीसरी बार हुआ ट्रांसफर : बूंदी के उपवन संरक्षक तरुण मेहरा का ट्रांसफर जोधपुर डीसीएफ वाइल्डलाइफ के पद पर हुआ है. बूंदी आने से पहले तरुण मेहरा कोटा में डीसीएफ टेरिटोरियल के पद पर कार्यरत थे. कोटा में उन्होंने बरड़ा और क्रेशर बस्ती अनंतपुरा में हो रहे अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की थी. यहां उन्होंने 300 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया था. इसमें सैकड़ों की संख्या में पक्के मकान और भूखंडों से कब्जा छुड़ाया गया था. इसके बाद उनका बूंदी स्थानांतरण हुआ, जिस पर उन्होंने डाबी और हिंडोली वन खंड में कई कार्रवाई की. इस मामले में अवैध खनन कर्ताओं के साथ संबंध रखने के मामले में एक रेंजर को भी राज्य सरकार ने निलंबित किया है.