पाकुड़: भय के साये में जी रहे इलामी, तारानगर और नवादा के प्रभावित गांवों के ग्रामीणों से डीसी मृत्युंजय कुमार वर्णवाल और एसपी प्रभात कुमार ने मुलाकात की. अधिकारियों ने ग्रामीणों को ढांढस दिलाई और सुरक्षा का भरोसा दिलाया. नाबालिग लड़की की फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करने और वायरल करने को लेकर दो लोगों के बीच हुई मारपीट के बाद भड़की हिंसा के बाद ये ग्रामीण भय के साये में जी रहे हैं. उन्हें अपनी जान की चिंता सता रही है.
डीसी और एसपी सबसे पहले तारानगर पंचायत के हिंदू टोला के प्रभावित लोगों के बीच पहुंचे, जिनके घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और उनके सामान को उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों ने अफवाह फैलने के बाद बर्बाद कर दिया था. डीसी-एसपी ने प्रभावित परिवारों से बात की, उनकी समस्याएं और शिकायतें सुनीं और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया.
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन
इसके बाद डीसी और एसपी ने तीनों पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों समेत गांव के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की और आपसी भाईचारा और शांति बहाल करने में प्रशासन को मदद करने की अपील की. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया. लोगों ने डीसी एसपी और अन्य अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि अब ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी. साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों की पहचान कर प्रशासन को सूचित किया जाएगा.
दर्जनों लोग नहीं लौटे वापस
प्रशासन ने भले ही भय के साये में जी रहे हिंसा प्रभावित लोगों को सांत्वना देने की कोशिश की हो, लेकिन हिंसा के दूसरे दिन भी हिंदू टोला गांव के दर्जनों लोग अपने घर नहीं लौटे हैं. ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पथराव, लूटपाट और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद कुछ लोग दूसरे स्थानों पर रह रहे अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं. जब तक माहौल पूरी तरह अनुकूल नहीं हो जाता, वे शायद ही वापस लौटेंगे. ग्रामीण क्षेत्र के अमनपसंद लोग गुरुवार को हुई घटना की निंदा कर रहे हैं. जुमे की नमाज के मौके पर मस्जिदों से मौलवी और मौलानाओं ने भी लोगों से कानून हाथ में न लेने और आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की.
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