देहरादून: राजधानी में तहसीलदार के पद से 12 दिनों के भीतर दो अफसरों की विदाई चर्चा में है. दरअसल गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने पिछले हफ्ते ही चार्ज लेने वाले तहसीलदार विकास अवस्थी को देहरादून से हरिद्वार स्थानांतरित कर दिया. विकास अवस्थी के बदले अब दयाराम को देहरादून का नया तहसीलदार बनाया गया है.
देहरादून तहसीलदार पद पर फिर नई नियुक्ति: देहरादून में तहसीलदार के रूप में शादाब का तबादला बेहद चर्चाओं में रहा. इसी महीने आचार संहिता हटते ही 7 जून को तहसीलदार शादाब को टिहरी स्थानांतरित कर दिया गया था. कहा गया कि शादाब की शिकायतें होने के चलते उन्हें देहरादून से टिहरी के लिए स्थानांतरित किया गया. शादाब के बदले विकास अवस्थी को टिहरी से देहरादून में तहसीलदार के तौर पर तैनाती दी गई. अभी विकास अवस्थी देहरादून में तहसीलदार के रूप में काम करना शुरू ही करने वाले थे कि 12 दिन के भीतर उन्हें भी देहरादून के तहसीलदार की कुर्सी छोड़नी पड़ रही है. गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने इस संदर्भ में आदेश जारी करते हुए विकास अवस्थी का तबादला हरिद्वार के लिए किया है. हरिद्वार में तहसीलदार के रूप में काम कर रहे दयाराम को देहरादून वापस लाया गया है.
दयाराम बने देहरादून के तहसीलदार: आदेश के अनुसार राजकीय कार्य हित में गढ़वाल कमिश्नर कार्यालय की तरफ से आदेश को जारी किया गया है. हालांकि इस बार तहसीलदारों का यह तबादला सामान्य प्रक्रिया के तहत माना जा रहा है, लेकिन दयाराम के नाम को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी होती हुई सुनाई दे रही हैं. दयाराम हरिद्वार में तहसीलदार के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें अब देहरादून लाने का फैसला किया गया है.
दयाराम का गृह जनपद है देहरादून: बताया गया है कि पिछले करीब 3 साल से दयाराम हरिद्वार में तहसीलदार के रूप में काम कर रहे थे. उधर दयाराम को लेकर चर्चा है कि उनका गृह जनपद देहरादून है और उन्हें वापस उनके गृह जनपद में ही तैनाती दी गई है. इससे पहले दयाराम देहरादून जिले में लेखपाल के तौर पर लंबे समय तक काम कर चुके हैं. इसके बाद प्रमोशन लेते हुए देहरादून जिले में ही कानूनगो के रूप में भी उन्होंने काम किया है. इसके आगे प्रमोशन लेते हुए नायब तहसीलदार के रूप में भी उन्होंने देहरादून में वक्त बिताया है. बताया जा रहा है कि इसके बाद तहसीलदार के रूप में भी उन्होंने देहरादून जिले में कुछ समय काम किया और उसके बाद हरिद्वार में उनकी तैनाती की गई. अब एक बार फिर दयाराम पर ही विश्वास जताते हुए 12 दिन के भीतर विकास अवस्थी को हटाते हुए दयाराम को लाया जा रहा है.
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