दौसा : बुधवार सुबह बीकानेर फायरिंग रेंज में अभ्यास के दौरान बम फटने से दौसा जिले के गाजीपुर निवासी सेना के जवान जितेंद्र सिंह राजपूत शहीद हो गए. उनकी मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
जितेंद्र के चचेरे भाई ने बताया कि सेना अधिकारियों के माध्यम से उन्हें सुबह 11 बजे मौत की खबर मिली. बीकानेर में महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के नॉर्थ कैंप में बुधवार को अभ्यास के दौरान अचानक बम फट गया. इस हादसे में दो जवान शहीद हो गए और एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. शहीद जवान जितेंद्र सिंह दौसा जिले के गाजीपुर के निवासी थे, उनकी ड्यूटी जम्मू में थी. कुछ समय पहले ही वह अभ्यास के लिए बीकानेर आए थे. इस दुखद घटना से पूरा परिवार सदमे में है. शहीद जवान जितेंद्र सिंह (38) के पिता अमर सिंह को अब तक यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा.
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चार भाइयों में सबसे छोटे थे जितेंद्र : उनके चचेरे भाई विजय सिंह ने बताया कि जितेंद्र चार भाइयों में सबसे छोटे थे. उनके पिता खेती-बाड़ी का काम करते हैं. जितेंद्र के दोनों बड़े भाई भी गांव में रहकर खेती करते हैं. जितेंद्र से बड़े एक भाई भी सेना में थे, जो अब रिटायर हो चुके हैं. जितेंद्र सिंह भी दो साल बाद रिटायर होने वाले थे, लेकिन फायरिंग रेंज में बम फटने से वह शहीद हो गए.
2005 में सेना में भर्ती हुए थे : भाई विजय ने बताया कि जितेंद्र 2005 में फौज में भर्ती हुए थे. 2007 में उनकी शादी रेखा से हुई थी. उनके दो बच्चे हैं, जिनमें बड़ा बेटा और छोटी बेटी है. दोनों बच्चे 10वीं कक्षा में पढ़ते हैं. अब बच्चों के सिर से उनके पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है.