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दारुल उलूम ने गजवा ए हिन्द को वैधता का किया फतवा जारी, NCPCR करेगी कार्रवाई

मदरसा दारुल उलूम देवबंद विवादित फतवा जारी कर फंस गया है. दरअसल. दारुल उलूम देवबंद ने 'गजवा-ए-हिंद' को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया है. इस पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 22, 2024, 9:48 PM IST

सहारनपुर : जिले में स्थित इस्लामिक शिक्षा का केंद्र दारूल उलूम देवबंद एक बार फिर सुर्खियों में है. दारुल उलूम देवबंद ने 'गजवा ए हिंद' को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया. जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. दारूल उलूम देवबंद विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान के साथ-साथ देश में मदरसों को संचालित करने वाली सबसे बड़ी संस्था है. जहां भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश में इससे संबंद्ध मदरसे संचालित हैं, जिनमें लाखों मुस्लिम छात्र इस्लामिक शिक्षा प्राप्त करते हैं. गजवा-ए-हिन्द को लेकर दिए गए फतवे पर हिन्दू संगठनों ने भी आपत्ति जताई है.

आपको बता दें कि दारुल उलूम देवबंद ने गजवा ए हिंद को लेकर वेबसाइट पर फतवा डाला है. फतवे में इस्लामिक संगठन को वैध करार दिया है. NCPCR ने इस विवादित फतवे का संज्ञान लिया है. दारुल उलूम के इस फतवे के खिलाफ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) द्वारा सहारनपुर डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सहारनपुर डीएम दिनेश चंद्र ने बताया कि बाल संरक्षण आयोग के पत्र के आधार पर देर शाम तक नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी. डीएम दिनेश चंद्र ने बताया कि पत्र के संबंध में उच्च अधिकारियों को दारुल उलूम देवबंद में भी भेजा गया है. उन्होंने बताया कि शाम तक पूरे मामले में कार्रवाई कर बाल संरक्षण आयोग को रिपोर्ट भेजी दी जाएगी.


उधर, बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई दारूल उलूम देवबंद के विरुद्ध होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया उक्त संस्था द्वारा भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्माद की विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की.

यह भी पढ़ें : दारुल उलूम के सम्मेलन में मौलाना अरशद मदनी बोले, मदरसा चलाने के लिए नहीं चाहिए सरकारी मदद

यह भी पढ़ें : दारुल उलूम ने अनोखा फरमान किया जारी, अंग्रेजी एवं आधुनिक विषय पढ़ने वाले छात्रों पर होगी कार्रवाई

सहारनपुर : जिले में स्थित इस्लामिक शिक्षा का केंद्र दारूल उलूम देवबंद एक बार फिर सुर्खियों में है. दारुल उलूम देवबंद ने 'गजवा ए हिंद' को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया. जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. दारूल उलूम देवबंद विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान के साथ-साथ देश में मदरसों को संचालित करने वाली सबसे बड़ी संस्था है. जहां भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश में इससे संबंद्ध मदरसे संचालित हैं, जिनमें लाखों मुस्लिम छात्र इस्लामिक शिक्षा प्राप्त करते हैं. गजवा-ए-हिन्द को लेकर दिए गए फतवे पर हिन्दू संगठनों ने भी आपत्ति जताई है.

आपको बता दें कि दारुल उलूम देवबंद ने गजवा ए हिंद को लेकर वेबसाइट पर फतवा डाला है. फतवे में इस्लामिक संगठन को वैध करार दिया है. NCPCR ने इस विवादित फतवे का संज्ञान लिया है. दारुल उलूम के इस फतवे के खिलाफ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) द्वारा सहारनपुर डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सहारनपुर डीएम दिनेश चंद्र ने बताया कि बाल संरक्षण आयोग के पत्र के आधार पर देर शाम तक नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी. डीएम दिनेश चंद्र ने बताया कि पत्र के संबंध में उच्च अधिकारियों को दारुल उलूम देवबंद में भी भेजा गया है. उन्होंने बताया कि शाम तक पूरे मामले में कार्रवाई कर बाल संरक्षण आयोग को रिपोर्ट भेजी दी जाएगी.


उधर, बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई दारूल उलूम देवबंद के विरुद्ध होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया उक्त संस्था द्वारा भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्माद की विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की.

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