दंतेवाड़ा : नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की आराधना की जा रही है. बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी देवी के दर्शन करने लाखों श्रद्धालु माता के धाम दंतेवाड़ा पहुंच रहे हैं. कोई अपनी मनोकामना लेकर घुटनों के बाल चला आ रहा है तो कोई लेटता हुआ मां के धाम पहुंच रहा है. इसी बीच मां दंतेश्वरी मंदिर कमेटी ने भक्तों को बड़ा तोहफा दिया है.
माता की आकृति वाले 10 ग्राम चांदी के सिक्के जारी : मां दंतेश्वरी देवी मंदिर कमेटी ने माता के आकृति वाला 10 ग्राम चांदी का सिक्का जारी किया है. दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी विजेंद्र नाथ जिया ने ईटीवी भारत की टीम को बताया, "इस शारदीय नवरात्र भक्तों को टेंपल कमिटी की तरफ से एक तोहफा दिया जा रहा है, जिसको लेकर भक्तगणों में काफी उत्साह देखा जा रहा है.
हर साल बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी मंदिर के खजाने में 122 किलोग्राम चांदी जमा है. इन चांदी का उपयोग सिक्कों के निर्माण में करने का निर्णय लिया गया है. अभी सिर्फ 10 किलो चांदी को गलाकर सिक्का बनाया जा रहा है. इस सिक्के में एक तरफ दंतेश्वरी माता की तस्वीर होगी. दूसरी तरफ दंतेश्वरी मंदिर की तस्वीर बनी है. : विजेंद्र नाथ जिया, पुजारी, मां दंतेश्वरी देवी मंदिर
खास तोहफे को लेकर भक्तों में उत्साह : मां दंतेश्वरी मंदिर के खजाने से 10-10 ग्राम चांदी के सिक्के बनवाए जा रहे हैं. इन चांदी के सिक्कों को निश्चित मूल्य पर श्रद्धालु खरीद सकेंगे. यह चांदी के सिक्के मां दंतेश्वरी के भक्तों के लिए इस नवरात्र में खास तोहफा है, जिसे लेकर मां दंतेश्वरी मंदिर आने वाले भक्तों में काफी उत्साह देखा जा रहा है.
चांदी के सिक्कों की कीमत : मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने बताया, अब दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु के लिए मंदिर टेंपल कमेटी चांदी के सिक्के बनवा रही है. दर्शन के उपरांत भक्तगण माता की आकृति वाला सिक्का ले जा सकेंगे, जिसकी कीमत ₹2100 रखी गई है. इनकी डिमांड बढ़ते जा रही है. आने वाले समय में इसे बड़े पैमाने पर बनाया जाएगा.
मैं तमिलनाडु से आया हूं. माता के दर्शन के उपरांत मैं अपने साथ चांदी का सिक्का ले जा रहा हूं, जिसमें मां की आकृति बनी हुई है. मैं काफी उत्साहित हूं कि मैं दंतेवाड़ा पहुंचा और जाते-जाते अपने साथ माता का प्रसाद स्वरूप मुझे यह चांदी का सिक्का मिला. यह एक अच्छी पहल है. : श्रद्धालु
दंतेश्वरी मंदिर को दान में मिले चांदी का उपयोग : मां दंतेश्वरी मंदिर की दानपेटियों में भक्तों द्वारा अर्पित नगदी और सोने-चांदी के आभूषण नियमित रूप से जमा किए जाते हैं. दानपेटियों को साल में एक निश्चित अंतराल पर खोला जाता है. नगदी को मंदिर समिति के बैंक खाते में जमा कर दिया जाता है. जबकि सोने-चांदी के आभूषण सरकारी खजाने में जमा होते हैं. दंतेश्वरी मंदिर में अभी तक सिर्फ दंतेश्वरी माता की तस्वीर मिलती थी.