दमोह. जिले की नोहटा आईटीआई सेंटर में शुक्रवार को अचानक आग लग जाने के कारण करोड़ों रुपए की सामग्री जलकर राख हो गई. जब तक आग दमकल आग बुझाने पहुंचा तब तक पूरी की पूरी लैब स्वाहा हो चुकी थी. बताया जा रहा है कि सुबह 9:30 से 10:00 के बीच जब आईटीआई का सेशन शुरू होने वाला था और छात्र प्रशिक्षण लेने के लिए धीरे-धीरे आ रहे थे. इसी दौरान अचानक से लैब में आग भड़क गई.
क्यों एक्टिव नहीं हुआ फायर फाइटिंग सिस्टम?
आग लगने से करीब डेढ़ दर्जन कंप्यूटर, चार एसी, कई एलइडी प्रोजेक्टर और बिल्डिंग में रखा बाकी सामान जलकर राख हो गया. मामले में प्रशिक्षक का कहना है कि संभवत: यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी. ताज्जुब की बात यह है कि इतना बड़ा सेंटर होने के बावजूद यहां का फायर फाइटिंग सिस्टम एक्टिव क्यों नहीं हुआ? सवाल ये भी उठ रहे हैं कि वहां मौजूद स्टाफ ने तुरंत आग बुझाने का काम शुरू क्यों नहीं किया?
विभाग की जरूरी फाइल्स व डाटा बर्बाद
यदि तत्काल फायर फाइटिंग सिस्टम एक्टिव हो जाता तो विभाग के कंप्यूटर और उसके जरूरी दस्तावेज जलने से बचाए जा सकते थे. लेकिन समय पर आग नहीं बुझने से 20 से अधिक कंप्यूटर भी पूरी तरह से जल गए. उनमें मौजूद डाटा और विभाग की गोपनीय जानकारी भी आग में राख हो गई. आरोप हैं कि दमकल विभाग भी यहां काफी देर बाद पहुंचा
शॉर्ट सर्किट या लापरवाही?
आईटीआई सेंटर के पास रहने वाले माधव प्रसाद यादव का कहना है कि यह आग कर्मचारियों की घोर लापरवाही और उदासीनता के कारण लगी है. यहां पर चार चौकीदार नियुक्त हैं लेकिन एक भी चौकीदार केंद्र में नहीं रहता है. वह ज्यादातर समय गोल रहते हैं. साफ सफाई भी नहीं होती है और कचरा पूरे में फैला रहता है जिसके कारण यह घटना हुई है. आईटीआई में पदस्थ प्रशिक्षक का कहना है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है.