दमोह। पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने भले ही अपनी सरकार के दौरान लाख दावे किए हों कि मध्य प्रदेश की सड़कें अमेरिका से बेहतर हैं, लेकिन दमोह-जबलपुर स्टेट हाईवे उनके दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है. हैरानी वाली बात ये है कि यह इलाका स्थानीय विधायक व प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी का गृह क्षेत्र है. संस्कृति मंत्री भी रोज ही इस सड़क से कई बार गुजरते हैं, लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इससे नाराज लोगों ने शुक्रवार को सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया.
राष्ट्रीय राजमार्ग में शामिल की गई है सड़क
दमोह-जबलपुर स्टेट हाईवे को पिछले वर्ष ही राष्ट्रीय राजमार्ग में शामिल किया गया है, लेकिन अभी तक इस हाईवे का निर्माण शुरू नहीं हुआ है. यह हाईवे जबलपुर से वाया दमोह होते हुए रामराजा सरकार ओरछा तक बनाया जाना प्रस्तावित है. जिसका केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रपोजल स्वीकार करके वर्चुअल उद्घाटन भी किया था, लेकिन अभी तक सड़क निर्माण के नाम पर एक गिट्टी तक रोड पर नहीं डाली गई है. इस सड़क पर जबेरा ब्लॉक क्षेत्र की करीब 8 किलोमीटर की सड़क पर हजारों गड्ढे हैं. जिसमें आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
लोगों ने सड़क पर बैठकर किया प्रदर्शन
इस समस्या से परेशान जबेरा के स्थानीय निवासियों ने एक अनोखा प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने बारिश के दौरान पानी से भरे गड्ढों में बैठकर अपना विरोध दर्ज कराया. जनपद सदस्य दीपक यादव ने बताया कि "स्टेट हाईवे होने से रोज हजारों भारी ट्रक, बस, ट्रॉला निकालते हैं. जिससे यहां बड़े-बड़े गड्ढे बारिश में स्विमिंग पूल जैसे दिखते हैं." सतघटिया सिंग्रामपुर निवासी सुनील, रवि, विशाल, निखिल का कहना है कि "हम यह विरोध इसलिए कर रहे हैं कि हमारी बात सरकार तक पहुंचे और वह हमारी परेशानी को समझकर इसका निदान करे. खस्ताहाल सड़क के कारण केवल वाहन ही दुर्घटनाग्रस्त नहीं होते बल्कि आए दिन लोग मौत के मुंह में भी चले जाते हैं. कई महीनों से सड़क का मेंटेनेंस नहीं हुआ है. सिंग्रामपुर के पौंड़ी तिराहे पर सड़क पर इतना बड़ा गड्ढा हो गया है कि बैरिकेट्स लगाकर रखा गया है ताकि कोई बड़ा हादसा न हो.
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एमपीआरडीसी ने खड़े किए हाथ
वहीं, एमपीआरडीसी के रेजिडेंट इंजीनियर कमलेश अहिरवार का कहना है कि ''दमोह जबलपुर स्टेट हाईवे दिसंबर 2023 में नेशनल हाईवे में चला गया है. इसका काम सिंग्रामपुर में राष्ट्रपति के आगमन के दौरान अलग-अलग एजेंसियों के द्वारा किया गया था. संबंधित एजेंसी को मेंटेनेंस कार्य के लिए कई बार पत्र लिख चुका हूं, एजेंसी ने थोड़ा बहुत कार्य करवाया भी था. अब एमपीआरडीसी के पास दमोह जबलपुर स्टेट हाईवे कि मेंटेनेंस कार्य के लिए कोई राशि नहीं है. जिसकी जानकारी पीएस तक को है. अब जो भी कार्य किया जाएगा नेशनल हाईवे की निर्माण एजेंसी के द्वारा किया जाएगा. एमपीआरडीसी इसके मेंटेनेंस कार्य के लिए सक्षम नहीं है'.