बलरामपुर: छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी महासंघ ने जिला मुख्यालय बलरामपुर में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अपनी मांगों को लेकर चांदो चौक से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक सैकड़ों कर्मचारियों ने सत्याग्रह आंदोलन निकाला. इन कर्मचारियों ने कहना है कि उन्हें करीब चार महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिसके चलते परिवारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.
महीनों से लंबित है कर्माचरियों का वेतन: बलरामपुर जिले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ट्राइबल विभाग विभिन्न शासकीय विभागों और छात्रावास में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को बीते चार महीनों से वेतन नहीं मिला है. बीते सात महीनों से उन्हें श्रम सम्मान की राशि भी नहीं मिली है. ऐसे में कर्मचारियों के लिए अपना घर चलाना और परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो चुका है.
हमारी सिर्फ दो मांगें है पहली तो सात महीनों से लंबित श्रम सम्मान की राशि है, उसे हमें तत्काल प्रदान किया जाए. चार महीनों से लंबित हमारे मूल वेतन को भी तुरंत दिया किया जाए. जब मंत्रालय से सात बार लेटर डिस्पैच हो रहा है, कमिश्नर कार्यालय से दो बार लेटर डिस्पैच हो रहा है, तो जिला प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. सात महीनों से हमारे श्रम सम्मान की राशि लंबित क्यों है. पूरे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी आज रोड पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय आए हैं. - प्रवीण सिंह, संभागीय अध्यक्ष
सीएम निवास घेराव की चेतावनी: दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संघ का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो वे मुख्यमंत्री निवास जाएंगे. मुख्यमंत्री के रायपुर या फिर जशपुर के बगिया मुख्यमंत्री निवास पर जाने की बात प्रदर्शनकारी कर रहे हैं.