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कानपुर में ट्रेन डिरेल करने के लिए नहीं, आपसी रंजिश में ट्रैक पर रखे गए थे सिलेंडर - KANPUR NEWS

कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों को तीन स्थानों पर एक हैंडराइटिंग वाले पत्र मिले, शरारती तत्व का नाम बताने वाले को दिए जाएंगे एक लाख

बर्राजपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के समीप मिले सिलेंडर के मामले में जांच करते जीआरपी व एटीएस की टीम के सदस्य.
बर्राजपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के समीप मिले सिलेंडर के मामले में जांच करते जीआरपी व एटीएस की टीम के सदस्य. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 3, 2025, 4:45 PM IST

कानपुर: शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अंतर्गत पिछले कुछ माह में लगातार रेलवे ट्रैक व ट्रैक के समीप गैस सिलेंडर रखने के मामले सामने आए हैं. दो दिन पहले इसी तरह की घटना शिवराजपुर थाना क्षेत्र के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रैक के पास हुई, जहां जीआरपी को सफेद बोरी में एक पांच किलोग्राम का सिलेंडर मिला था. अब कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने जब इन मामलों की गोपनीय जांच कराई तो सामने आया सिलेंडरों को किसी ट्रेन को पलटाने के लिए नहीं, बल्कि आपसी रंजिश में एक परिवार के लोगों को फंसाने के लिए रखा गया था. तीन अलग-अलग स्थानों पर पुलिस को एक जैसी हैंडराइटिंग वाले पत्र भी मिले थे. जिससे इन मामलों का खुलासा हुआ है. वहीं, अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से इस तरह की घटना करने वाले का नाम बताने वाले को एक लाख रुपये का इनाम दिए जाने की बात कही गई है.

शिवराजपुर के परिवार को कोई फंसाना चाह रहा: कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने बताया, साल 2019 में बर्राजपुर स्टेशन के पास जब कालिंद्री एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी, तब ट्रेन में शौचालय के पास एक धमाका हुआ था. उस मामले में एक पत्र मौके पर मिला था, जिसमें शिवराजपुर के मक्कापुरवा निवासी गिन्ना, उनके बेटे रंजीत और मामा के बेटे अमर सिंह का नाम लिखा था. अधिक साक्ष्य न मिलने पर उस मामले में एफआर लग गई थी. वहीं, नौ सितंबर को जब कालिंद्री एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक से गुजर रही थी, तब सिलेंडर व माचिस की डिब्बी के साथ एक पत्र मिला था, उसमें भी गिन्ना, रंजीत के अलावा रंजीत के बेटे अमर सिंह, मोटू आदि का नाम था. अब बर्राजपुर मामले में भी एक लेटर मिला, जिसमें गिन्ना व अन्य परिजनों के नाम हैं. ऐसे में आशंका है कि यह घटनाएं केवल गिन्ना व उनके परिवार के लोगों को फंसाने के मकसद से की गईं. पुलिस व जीआरपी के कर्मियों ने अब गिन्ना व अन्य परिजनों से पूछताछ भी शुरू कर दी है.

एटीएस ने देखे 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज, एसटीएफ ने 10 से अधिक को उठाया: बर्राजपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के किनारे मिले खाली सिलेंडर की जांच के मामले में एटीएस ने जहां 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखे हैं. वहीं, एसटीएफ की टीम ने 10 से अधिक को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है. इस रेलवे स्टेशन के पास एक बस्ती पड़ती है, वहां भी कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है. वहीं, पुलिस को यह भी पता लगा है सालों पहले गिन्ना की मदद से पुलिस ने मक्कापुरवा में अवैध शराब के कारोबार का भंडाफोड़ किया था. आशंका है कि रंजिश के चलते उसके किसी दुश्मन ने ही उसे फंसाने के लिए यह साजिश रची.

टूटी फूटी हैंडराइटिंग, पुलिस मान रही कम पढ़ा लिखा है शख्स: पुलिस को जो पत्र अभी तक मिले हैं, उनसे पुलिस मान रही है जो पत्र लिखने वाला शख्स है, वह कम पढ़ा लिखा है. क्योंकि पत्र में हैंडराइटिंग टूटी-फूटी है. इसी तरह पुलिस को यह भी शंका है, पत्र लिखने वाला बाएं हाथ से लिख रहा है. इसी वजह से अधिकतर शब्द टेढ़े-मेढ़े बन रहे हैं.

यह भी पढ़ें : बर्राजपुर रेलवे ट्रैक के पास मिले सिलेंडर की जांच करने पहुंची एटीएस, कई लोगों से की पूछताछ - LPG CYLINDER ON RAILWAY TRACK

कानपुर: शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अंतर्गत पिछले कुछ माह में लगातार रेलवे ट्रैक व ट्रैक के समीप गैस सिलेंडर रखने के मामले सामने आए हैं. दो दिन पहले इसी तरह की घटना शिवराजपुर थाना क्षेत्र के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रैक के पास हुई, जहां जीआरपी को सफेद बोरी में एक पांच किलोग्राम का सिलेंडर मिला था. अब कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने जब इन मामलों की गोपनीय जांच कराई तो सामने आया सिलेंडरों को किसी ट्रेन को पलटाने के लिए नहीं, बल्कि आपसी रंजिश में एक परिवार के लोगों को फंसाने के लिए रखा गया था. तीन अलग-अलग स्थानों पर पुलिस को एक जैसी हैंडराइटिंग वाले पत्र भी मिले थे. जिससे इन मामलों का खुलासा हुआ है. वहीं, अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से इस तरह की घटना करने वाले का नाम बताने वाले को एक लाख रुपये का इनाम दिए जाने की बात कही गई है.

शिवराजपुर के परिवार को कोई फंसाना चाह रहा: कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने बताया, साल 2019 में बर्राजपुर स्टेशन के पास जब कालिंद्री एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी, तब ट्रेन में शौचालय के पास एक धमाका हुआ था. उस मामले में एक पत्र मौके पर मिला था, जिसमें शिवराजपुर के मक्कापुरवा निवासी गिन्ना, उनके बेटे रंजीत और मामा के बेटे अमर सिंह का नाम लिखा था. अधिक साक्ष्य न मिलने पर उस मामले में एफआर लग गई थी. वहीं, नौ सितंबर को जब कालिंद्री एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक से गुजर रही थी, तब सिलेंडर व माचिस की डिब्बी के साथ एक पत्र मिला था, उसमें भी गिन्ना, रंजीत के अलावा रंजीत के बेटे अमर सिंह, मोटू आदि का नाम था. अब बर्राजपुर मामले में भी एक लेटर मिला, जिसमें गिन्ना व अन्य परिजनों के नाम हैं. ऐसे में आशंका है कि यह घटनाएं केवल गिन्ना व उनके परिवार के लोगों को फंसाने के मकसद से की गईं. पुलिस व जीआरपी के कर्मियों ने अब गिन्ना व अन्य परिजनों से पूछताछ भी शुरू कर दी है.

एटीएस ने देखे 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज, एसटीएफ ने 10 से अधिक को उठाया: बर्राजपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के किनारे मिले खाली सिलेंडर की जांच के मामले में एटीएस ने जहां 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखे हैं. वहीं, एसटीएफ की टीम ने 10 से अधिक को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है. इस रेलवे स्टेशन के पास एक बस्ती पड़ती है, वहां भी कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है. वहीं, पुलिस को यह भी पता लगा है सालों पहले गिन्ना की मदद से पुलिस ने मक्कापुरवा में अवैध शराब के कारोबार का भंडाफोड़ किया था. आशंका है कि रंजिश के चलते उसके किसी दुश्मन ने ही उसे फंसाने के लिए यह साजिश रची.

टूटी फूटी हैंडराइटिंग, पुलिस मान रही कम पढ़ा लिखा है शख्स: पुलिस को जो पत्र अभी तक मिले हैं, उनसे पुलिस मान रही है जो पत्र लिखने वाला शख्स है, वह कम पढ़ा लिखा है. क्योंकि पत्र में हैंडराइटिंग टूटी-फूटी है. इसी तरह पुलिस को यह भी शंका है, पत्र लिखने वाला बाएं हाथ से लिख रहा है. इसी वजह से अधिकतर शब्द टेढ़े-मेढ़े बन रहे हैं.

यह भी पढ़ें : बर्राजपुर रेलवे ट्रैक के पास मिले सिलेंडर की जांच करने पहुंची एटीएस, कई लोगों से की पूछताछ - LPG CYLINDER ON RAILWAY TRACK

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