रुद्रप्रयाग: देहरादून से पांच सदस्यीय साइकिल यात्रियों का दल कार्तिक स्वामी पहुंचा. जहां स्थानीय जनता और व्यापारियों ने भव्य स्वागत किया. साइकिल यात्रियों का उद्देश्य कार्तिक स्वामी का व्यापक प्रचार-प्रसार करना है. इस दल में चार पुरुष और एक महिला शामिल है. इससे पहले यह दल उत्तराखंड के अलग-अलग तीर्थ और पर्यटक स्थलों की भी साइकिल से यात्रा कर चुका है.
![Cyclist Reach Kartik Swami Temple](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-03-2024/uk-rpg-01-kartik-swami-dry-uk10030_10032024162624_1003f_1710068184_652.jpg)
पर्वतारोही अंजलि भंडारी भी साइकिल यात्रा में शामिल: साइकिल यात्रियों के दल का मानना है कि साइकिल यात्रा से नए तीर्थों और पर्यटक स्थलों को नई पहचान मिलेगी. जिससे स्थानीय तीर्थाटन और पर्यटन व्यवसाय में इजाफा होगा. दल में शामिल देहरादून के मोथरोवाला निवासी अंजलि भंडारी पर्वतारोही हैं. जो समय-समय पर कई तीर्थ और पर्यटक स्थलों की यात्रा साइकिल से करती हैं. उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ को कुदरत ने अपने वैभवों का भरपूर दुलार दिया है.
![Kartik Swami Temple](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-03-2024/20951707_kartik-swami.jpg)
अक्षय तोमर ने साझा किए अनुभव: वहीं, दल में शामिल देहरादून के जोगीवाला निवासी अक्षय तोमर प्राइवेट जॉब करते हैं. वे भी समय-समय पर नए पर्यटक स्थलों को नई पहचान दिलाने के लिए साइकिल यात्रा करते आ रहे हैं. उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी में तीर्थाटन और पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. कार्तिक स्वामी तीर्थ से चौखंबा और हिमालय को काफी नजदीक से देखा जा सकता है.
![Cyclist Reach Kartik Swami Temple](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-03-2024/uk-rpg-01-kartik-swami-dry-uk10030_10032024162624_1003f_1710068184_232.jpg)
पीयूष अरोड़ा बोले- कार्तिक स्वामी से कुदरत का होता है नयनाभिराम दृष्टिगोचर: इसके अलावा साइकिल यात्रा के दल में शामिल देहरादून के ढालनवाला निवासी पीयूष अरोड़ा अपना निजी व्यवसाय संचालित करते हैं. उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ से प्रकृति का जो नयनाभिराम दृष्टिगोचर होता है. वो सदैव मानव के मानस पटल पर छा जाता है.
![Cyclist Reach Kartik Swami Temple](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-03-2024/uk-rpg-01-kartik-swami-dry-uk10030_10032024162624_1003f_1710068184_109.jpg)
जयदीप कंडारी और सक्षम चड्ढा भी हुए अभिभूत: दल में शामिल देहरादून के राजावाला निवासी जयदीप कंडारी भी प्राइवेट जॉब करते हैं. उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ से चलने वाली मंद-मंद कैलाशी बयार मानव के अंतकरण को शुद्ध कर देती है. वहीं, दल में शामिल देहरादून के लाड़पुर निवासी सक्षम चड्ढा पढ़ाई कर रहे हैं. उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ में पूजा अर्चना करने के बाद भटके मन को अपार शांति मिलती है.
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