अलवरः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की उपयोगिता को देखते हुए साइबर ठग भी अब इसके जरिए अपना शिकार ढूंढ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला साइबर थाने में दर्ज हुआ, जहां जिले के एक डॉक्टर दंपती को शेयर मार्केट व ट्रेडिंग में रुपए लगाकर अच्छा मुनाफा कमाने के लालच देकर साइबर ठग ने 85.43 लाख रुपए ठग लिए. इस प्रकरण में अलवर पुलिस ने साइबर ठग जैद कयूम खान को महाराष्ट्र के नासिक से गिरफ़्तार किया है. आरोपी ठग से पूछताछ की जा रही है.
अलवर पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि पीड़ित राजगढ़ निवासी डॉ. भुनेश ने अक्टूबर में अलवर साइबर थाने में प्रकरण दर्ज कराया कि सोशल मीडिया पर उन्हें शेयर मार्केट ट्रेडिंग में रुपए लगाकर अच्छा मुनाफा देने का विज्ञापन मिला. उन्होंने विज्ञापन में दिए नंबरों पर फोन किया. इसके बाद साइबर ठग ने उन्हें अपनी बातों में फंसा कर फर्जी ग्रुप में ऐड कर अलग-अलग खातों में 85 लाख रुपए से ज्यादा की राशि ट्रांसफर करवा ली. इसके कुछ दिन बाद ही यह ग्रुप बंद हो गया. एसपी नैन ने बताया कि इसके बाद पीड़ित ने विज्ञापन पर दिए गए नंबरों पर फिर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. जिस पर उन्हें अपने साथ ठगी का पता लगा. पीड़ित की ओर से साइबर थाने में रिपोर्ट दी गई.
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महाराष्ट्र से किया गिरफ्तारः एसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह व सीओ ट्रैफिक मुकेश चौधरी के नेतृत्व में टीम गठित की गई. इसके बाद पीड़ित से मिली बैंक अकाउंट की डिटेल के आधार पर पुलिस महाराष्ट्र के नासिक ठग के ठिकाने पर पहुंची और गिरफ्तार करके अलवर लेकर आई. पुलिस अधीक्षक नैन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जिसमें उसने डॉक्टर दंपती से ठगी की वारदात को कबूला है. साथ ही उसके पास मिले बैंक अकाउंट में 2 करोड़ रुपए की राशि का लेन-देन भी पाया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है. जिसमें साइबर ठगी की अन्य वारदातों की खुलासे होने की भी संभावना है.
आमजन से अपीलः पुलिस अधीक्षक नैन ने आमजन से अपील की है कि वे अपनी निजी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी व्यक्ति से साझा नहीं करें. साथ ही सोशल मीडिया पर दिखाए गए विज्ञापनों पर भी तुरंत भरोसा न करें. पहले उनकी जांच करें, यदि किसी के साथ साइबर ठगी होती है, तो तुरंत साइबर थाने में प्रकरण दर्ज करवाएं.