गौरेला पेंड्रा मरवाही: साइबर क्राइम बढ़ने के बाद पुलिस बीच बीच में वर्कशॉप के जरिए लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए जागरूक करती रहती है. बावजूद इसके लोग ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं. गौरेला पेंड्रा मरवाही में एक टीचर साइबर क्राइम का शिकार हुआ है.
बैंक का कर्मचारी बताकर वॉटसएप से जुड़ा: 5 जून की घटना है. प्रदेश में ऑनलाइन माध्यम से टीचर्स की एफएलएन की ट्रेनिंग चल रही है. इस ट्रेनिंग के दौरान जीपीएम जिले के सुभाष चन्द्र कॉलोनी में रहने वाले सहायक शिक्षक पीयूष विश्वकर्मा के मोबाइल नम्बर पर एक वॉट्सएप मैसेज आया. मैसेज भेजने वाले ने खुद को ICICI बैंक का कर्मचारी बताया.
खाते से जुड़े सभी ट्रांजेक्शन की सही जानकारी दी: इसके बाद ठग ने वॉट्सएप पर एक लिंक भेजा. फिर फोन कर कहा कि "आपका आईसीआईसीआई बैंक से कर्ज है. उस कर्ज का किश्त आपके एसबीआई के खाते से कटकर जमा होती है. अब इंडसइंड बैंक आईसीआईसीआई बैंक से कनेक्ट हो गया है इसलिए क्रेडिट कार्ड के कर्ज का एक लाख रुपए का भुगतान आज ही जमा कराना है. इतना कहकर ठग ने पीयूष विश्वकर्मा को भेजा हुआ लिंक डाउनलोड करने को कहा."
लिंक डाउनलोड करते ही फोन हैक और पूरे पैसे गायब: चूंकि ठग ने क्रेडिट कार्ड और एकाउंट के बारे में जो जानकारी दी थी वो सही थी इसलिए पीयूष विश्वकर्मा भी उस ठग की बातों में आ गया और उसने भेजे गए लिंक को डाउनलोड कर लिया. लिंक को डाउनलोड करते ही पीयूष का मोबाइल हैक हो गया. सभी कॉल फॉरवर्ड होने लगे. उसके बाद ठग ने पीयूष के खाते से पहले 3 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिया. कुछ देर बाद 3 लाख रुपये खाते में वापस कर दिया. फिर 4 लाख 500 रुपये पंजाब नेशनल बैंक से ट्रांसफर कर लिए.
आरोपियों का पता लगा रही पुलिस: रुपये खाते से कट जाने के बाद टीचर को ठगी का एहसास हुआ. गौरेला थाने पहुंचकर अज्ञात ठग के खिलाफ केस दर्ज कराया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरेला पेंड्रा मरवाही ओम चंदेल ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर गौरेला पुलिस और साइबर सेल की टीम ठगी करने वाले के मोबाइल नंबर और जिस खाते में पैसों का ट्रांसफर हुआ, उसका पता लगाने की कोशिश कर रही है.