ETV Bharat / state

रुड़की इंजीनियर कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर दंपती से 3 करोड़ की ठगी, साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा का  दिया था झांसा

Cyber Fraud; अगर आपको कोई शेयर ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा का लालच दे रहा है तो सावधान हो जाएं, क्योंकि यह साइबर अपराधियों का ठगी का नया तरीका है. कुछ ऐसा ही मेरठ के एक दंपत्ति के साथ हुआ है. जिन्होंने अधिक मुनाफा कमाने के लिए जिंदगी भर की कमाई को गंवा दिया है.

Etv Bharat
मेरठ के बुजुर्ग दंपती से करोड़ों की ठगी. (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 31, 2024, 12:07 PM IST

Updated : Oct 31, 2024, 2:52 PM IST

मेरठः एक बार फिर साइबर ठगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती को ठगी का शिकार बनाया है. साइबर अपराधियों ने दंपती को शेयर ट्रेडिंग से मोटी रकम का मुनाफे का झांसा देकर 3.10 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली है. दंपती ने एसएसपी शिकायत कर अपनी रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है. एसएसपी ने भी साइबर टीम को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

प्रोफेसर से 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये कराए ट्रांसफरः गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगासागर के रहने वाले एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर प्रोफेसर हैं. डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी विपिन टाडा को दी शिकायत में बताया कि उनके अनाया शर्मा और रितेश जैन नाम के युवक के वॉट्सऐप कॉल और मैसेज कई बार आए. दोनों ने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया. इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया. दोनो ठगों के बार-बार कहने पर 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इन्वेस्टमेंट) में अपना एक अकाउंट खोल लिया. शुरुआत में उन्होंने 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट किया. प्रोफेसर ने बताया कि 10 अक्टूबर तक उनके खाते से 22 ट्रांजैक्शन हुई, जिसमें 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गये. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर उन्हें आवंटित किए गए हैं, जो ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं.

अंजना अग्रवाल से 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार ठगेः एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी एक खाता 3 अक्टूबर को अनाया शर्मा और रितेश जैन के कहने पर खोला था. अंजना अग्रवाल ने पहले एक लाख रुपये और फिर 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए. इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर किए. अंजना अग्रवाल ने बताया कि रकम की ठगी करने के बाद भी ये लोग उनको अपनी बातों में उलझाते रहे. एके अग्रवाल ने बताया जब उन्हें अपनी रकम की इन्वेस्टमेंट की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का शक हुआ. इस पर अनाया शर्मा से वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से संपर्क किया तो उसने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी.

पहले ग्रुप में जोड़कर दी शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंगः पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपए फ्रीज कर दिए गए. 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते. वह केवल 10 लाख रुपए ही निकाल पाए. इसी तरह अंजना अग्रवाल को भी ठगों ने बताया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित किए गए हैं, जो वर्तमान में ब्रैंडीवाइन ग्लोबल के पास हैं. उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपये फ्रीज कर दिए गए है. वह अपने शेयर 31 अक्टूबर तक नहीं बेच सकती. अंजना भी केवल 1 लाख 88 हजार 300 रुपये ही अपने खाते से निकाल पाईं. एके अग्रवाल ने बताया कि सीओआई भारतीय स्टॉक मार्केट अपडेट नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से उन्हें फंसाया गया. यह ग्रुप 28 दिसंबर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था. इसमें से केवल 5-10 सक्रिय प्रतिभागी हैं. रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन 2 बजे और 8 बजे तक ट्रेनिंग देकर शेयर ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा दिया करता था.

मामले की जांच जारीः एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. ट्रांसफर हुई रकम फ्रीज करने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेजी गई है. साइबर क्राइम टीम को भी लगाया गया है.

इसे भी पढ़ें-शेयर मार्केट से हाई रिटर्न दिलाने का झांसा देकर 27 लाख रुपये की ठगी, साइबर अपराधी गिरफ्तार

मेरठः एक बार फिर साइबर ठगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती को ठगी का शिकार बनाया है. साइबर अपराधियों ने दंपती को शेयर ट्रेडिंग से मोटी रकम का मुनाफे का झांसा देकर 3.10 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली है. दंपती ने एसएसपी शिकायत कर अपनी रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है. एसएसपी ने भी साइबर टीम को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

प्रोफेसर से 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये कराए ट्रांसफरः गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगासागर के रहने वाले एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर प्रोफेसर हैं. डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी विपिन टाडा को दी शिकायत में बताया कि उनके अनाया शर्मा और रितेश जैन नाम के युवक के वॉट्सऐप कॉल और मैसेज कई बार आए. दोनों ने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया. इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया. दोनो ठगों के बार-बार कहने पर 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इन्वेस्टमेंट) में अपना एक अकाउंट खोल लिया. शुरुआत में उन्होंने 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट किया. प्रोफेसर ने बताया कि 10 अक्टूबर तक उनके खाते से 22 ट्रांजैक्शन हुई, जिसमें 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गये. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर उन्हें आवंटित किए गए हैं, जो ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं.

अंजना अग्रवाल से 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार ठगेः एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी एक खाता 3 अक्टूबर को अनाया शर्मा और रितेश जैन के कहने पर खोला था. अंजना अग्रवाल ने पहले एक लाख रुपये और फिर 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए. इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर किए. अंजना अग्रवाल ने बताया कि रकम की ठगी करने के बाद भी ये लोग उनको अपनी बातों में उलझाते रहे. एके अग्रवाल ने बताया जब उन्हें अपनी रकम की इन्वेस्टमेंट की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का शक हुआ. इस पर अनाया शर्मा से वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से संपर्क किया तो उसने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी.

पहले ग्रुप में जोड़कर दी शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंगः पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपए फ्रीज कर दिए गए. 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते. वह केवल 10 लाख रुपए ही निकाल पाए. इसी तरह अंजना अग्रवाल को भी ठगों ने बताया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित किए गए हैं, जो वर्तमान में ब्रैंडीवाइन ग्लोबल के पास हैं. उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपये फ्रीज कर दिए गए है. वह अपने शेयर 31 अक्टूबर तक नहीं बेच सकती. अंजना भी केवल 1 लाख 88 हजार 300 रुपये ही अपने खाते से निकाल पाईं. एके अग्रवाल ने बताया कि सीओआई भारतीय स्टॉक मार्केट अपडेट नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से उन्हें फंसाया गया. यह ग्रुप 28 दिसंबर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था. इसमें से केवल 5-10 सक्रिय प्रतिभागी हैं. रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन 2 बजे और 8 बजे तक ट्रेनिंग देकर शेयर ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा दिया करता था.

मामले की जांच जारीः एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. ट्रांसफर हुई रकम फ्रीज करने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेजी गई है. साइबर क्राइम टीम को भी लगाया गया है.

इसे भी पढ़ें-शेयर मार्केट से हाई रिटर्न दिलाने का झांसा देकर 27 लाख रुपये की ठगी, साइबर अपराधी गिरफ्तार

Last Updated : Oct 31, 2024, 2:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.