बागपत: उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है. दिल्ली से उबर कोरियर सर्विस के तहत एक टैक्सी चालक बागपत जिले के टटीरी में कैफे संचालक के पास पहुंचा और उसे एक क्यूआर कोड देकर फोन नंबर पर बात करने के लिए कहा. कैफे संचालक ने फोन पर बात करके उस क्यूआर कोड पर 60 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद जब चालक से रुपए मांगे तो उसने कहा उसके पास पैसे नहीं हैं.
इस पर कैफे संचालक ने टैक्सी चालक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने पूरा मामला सुनने के बाद इसे साइबर ठगी बताया. साथ ही साइबर थाने मामला दर्ज करवाने की बात कही. साइबर थाने की पुलिस ने टैक्सी चालक से कोरियर सर्विस बुक कराने वाले की लोकेशन और जानकारी लेकर देने के लिए कहा. साइबर थाने की पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है.
पुलिस पूछताछ में साइबर कैफे संचालक सचिन ने बताया कि मेरे पास उबर टैक्सी चालक रविंद्र आया और एक क्यूआर कोड दिखा पर्ची पर लिखे नंबर पर बात करने के लिए कहा. नंबर पर फोन करने के बाद मैंने उस क्यूआर कोड पर 60 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद जब टैक्सी चालक से रुपए मांगे तो उसने कहा कि उसके पास नहीं हैं. इस पर उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
सचिन ने बताया कि वह साइबर कैफे चलाने के साथ कमिशन पर रुपए ट्रांसफर का भी काम करता है. वहीं पुलिस पूछताछ में टैक्सी चालक सचिन ने बताया कि उसे उबर कोरियर सर्विस की ड्यूटी मिली थी. दिल्ली की लोकेशन पर जब वह गया तो वहां पर शख्स ने उसे क्यूआर कोड और पर्ची देकर टटीरी के साइबर कैफे की लोकेशन दी थी. उसने दी गई लोकेशन पर पहुंचकर कैफे संचालक को पर्ची और क्यूआर कोड दे दिया. मैंने कोई पैसे ट्रांसफर करने की बात नहीं की.
वहीं इस मामले में साइबर थाना प्रभारी प्रदीप डोडिया ने बताया कि 60 हजार रुपए की ठगी की शिकायत मिली थी. कैफे संचालक और टैक्सी चालक से पूछताछ की गई है. टैक्सी चालक को कोरियर सर्विस बुक करने वाले शख्स की लोकेशन और जानकारी लेकर देने के लिए कहा गया है. मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही खुलासा किया जाएगा.
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