पटना: बिहार में साइबर अपराधी आए कई ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. क्या आम क्या खास अब साइबर ठग किसी को भी अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं. इस बार ठगों ने तेज तर्रार और दबंग आईपीएस शोभा अहोतकर के नाम पर ठगी करने का प्रयास किया है. पूरा मामला अग्निशमन विभाग और गृह रक्षा वाहिनी की डीजी शोभा अहोतकर से जुड़ा है. ठगों ने आईपीएस के नाम पर व्हाट्सएप के माध्यम से पैसों की मांग की.
साइबर ठग के निशाने पर डीजी के स्टाफ: डीजी ऑफिस के कार्यालय के स्टाफ से व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर पैसे की मांग की गई. जांच में पाया गया कि मोबाइल नंबर 94785319672 पर शोभा अहोतकर की तस्वीर लगाकर साइबर ठग प्रधान अग्निक जितेंद्र कुमार और सहायक अवर निरीक्षक मनोज कुमार से मैसेज भेज कर पैसे मांग रहे हैं. इस माध्यम से साइबर ठाग कार्यालय के कई कर्मचारियों को अपना शिकार बना रहे. जिसके बाद डीजी के ओएसडी अमन कुमार ने इसकी शिकायत आर्थिक अपराध इकाई में की है और लिखित शिकायत देकर मामला दर्ज कराया है.
शोभा अहोतकार की फोटो का किया इस्तेमाल: साइबर अपराधी आए दिन साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. हालिया दिनों में ही डायल 112 के डीएसपी से बैंक के नाम पर ठगी हुई थी. जिसमें उनके अकाउंट से 17 हजार रुपये साइबर ठग ने उड़ा लिया था. इसी कड़ी में अब अग्निशमन विभाग और गृह रक्षा वाहिनी की डीजी शोभा अहोतकार का व्हाट्सएप पर फोटो लगाकर उनके कार्यालय के स्टाफ से व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर पैसों की मांग की जा रही है.
श्रीलंका के नंबर से फ्रॉड मैसेज: वहीं जिस नंबर से मैसेज भेजा जा रहा था वह नंबर श्रीलंका का बताया जा रहा है. हालांकि पटना साइबर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कर दी गई है. वहीं पटना साइबर थाना अध्यक्ष सह डीएसपी सर्वेश चंद्र खुद मामले की जांच कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच में साइबर ठगो का मोबाइल नंबर श्रीलंका का बताया जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई अब मामले की जांच में जुटी है और अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
पहले भी ठंगों इस्तेमाल की अधिकारी की फोटो: आए दिन साइबर ठगी का मामला बढ़ता जा रहा है. हालिया दिनों में ही बेतिया पुलिस और गोपालगंज की पुलिस ने कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था. पीरबहोर थाने की पुलिस ने मंगलवार को भारी मात्रा में 55 एटीएम और 10 एंड्रॉयड मोबाइल के साथ दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था. कुछ दिन पहले ही अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तस्वीर लगाकर भी साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आया था जिसकी प्राथमिकी आर्थिक अपराध इकाई में दर्ज कराई गई थी.