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साइबर ठगों ने दो महिलाओं से की करोड़ों की ठगी, गंवाई जिंदगी भर की कमाई

प्रदेश में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. देहरादून में साइबर ठगों ने दो महिलाओं से करोड़ों की ठगी की.

Dehradun cyber fraud case
देहरादून में महिलाओं से करोड़ों की ठगी (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 24, 2024, 1:23 PM IST

देहरादून: शेयर बाजार में निवेश कर मोटा मुनाफे का झांसा देकर साइबर ठगों ने महिला से करोड़ों की ठगी कर ली. महिला की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं साइबर पुलिस द्वारा मामले जांच की जा रही है. वहीं दूसरे मामले साइबर ठगों ने एक महिला को घर बैठे रुपए कमाने का लालच देकर 21 लाख रुपए ठग लिए. महिला की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज कर लिया है.

मुनाफे का लालच पड़ा भारी: रायपुर निवासी पूजा ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह शेयर बाजार में निवेश करती है और 2 महीने पहले व्हाट्सएप के माध्यम से एक निवेशक ग्रुप के संपर्क में आई और यह कंपनी ट्रेडिंग का काम ही करती है. जिस कारण पीड़िता को कंपनी पर भरोसा हो गया. उसके बाद पीड़िता को ग्रुप में निवेश से संबंधित सलाह दी जाती थी और इस व्हाट्सएप ग्रुप में तीन लोग सलाहकार थे. पीड़िता से पहले दो लाख रुपए निवेश कराए गए, लेकिन बाजार में मुनाफे को देखते हुए पीड़िता ने 16 लाख रुपए निवेश कर दिए.

रिश्तेदारों से उधार लेकर खाते में डाले रुपए: साइबर ठगों ने पीड़िता को बताया कि उनके नाम से दो इनिशियल पब्लिक आफरिंग(आईपीओ) निकले हैं. जिसके लिए एक करोड़ 61 लाख रुपए जमा करवाने होंगे और धनराशि जमा न करने पर में खाते पर रोक लगाई जाएगी. जिसके बाद पीड़िता घबरा गई और अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर साइबर ठगों के बताए खातों में एक करोड़ 61 लाख रुपए जमा कर दिए. लेकिन रुपए जमा होने के बाद खाते में लेनदेन बंद हो गया और बाद में खाता ही बंद का दिया गया. पीड़िता को तब ठगी का एहसास हुआ.

ठगी का दूसरा मामला: वहीं दूसरे मामले में विकासनगर निवासी संजोली ने साइबर क्राइम स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई की 5 नवंबर को उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया. जिसमे गूगल रेटिंग और रिव्यूज के नाम पर महिला को एक ग्रुप में जोड़ा गया और ग्रुप में तीन एडमिन थे. उसके बाद 5 नवंबर को महिला को टेलीग्राम ग्रुप में एड किया गया. महिला के पास पहली पेमेंट के तौर पर 2000 रुपए लगाने पर महिला को 2700 रुपए वापस मिले. उसके बाद 6 नवम्बर को 9000 रुपए जाम करवाए, इसके बाद मुनाफे की धनराशि दिख रही थी. लेकिन महिला निकाल नहीं पाई. धीरे-धीरे साइबर ठगों ने महिला से 21 लाख रुपए जमा करवा दिए और उसके बाद ग्रुप से हटा दिया गया.

मामले की जांच कर रही पुलिस: मामलों को लेकर साइबर सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया है कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साइबर पुलिस द्वारा खातों की जांच की जा रही है, जिसमें पीड़िता ने धनराशि जमा कराई थी. साथ ही साइबर पुलिस लगातार आम जनता को जागरूक करने का काम कर रही है.

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मुनाफे का लालच पड़ा भारी: रायपुर निवासी पूजा ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह शेयर बाजार में निवेश करती है और 2 महीने पहले व्हाट्सएप के माध्यम से एक निवेशक ग्रुप के संपर्क में आई और यह कंपनी ट्रेडिंग का काम ही करती है. जिस कारण पीड़िता को कंपनी पर भरोसा हो गया. उसके बाद पीड़िता को ग्रुप में निवेश से संबंधित सलाह दी जाती थी और इस व्हाट्सएप ग्रुप में तीन लोग सलाहकार थे. पीड़िता से पहले दो लाख रुपए निवेश कराए गए, लेकिन बाजार में मुनाफे को देखते हुए पीड़िता ने 16 लाख रुपए निवेश कर दिए.

रिश्तेदारों से उधार लेकर खाते में डाले रुपए: साइबर ठगों ने पीड़िता को बताया कि उनके नाम से दो इनिशियल पब्लिक आफरिंग(आईपीओ) निकले हैं. जिसके लिए एक करोड़ 61 लाख रुपए जमा करवाने होंगे और धनराशि जमा न करने पर में खाते पर रोक लगाई जाएगी. जिसके बाद पीड़िता घबरा गई और अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर साइबर ठगों के बताए खातों में एक करोड़ 61 लाख रुपए जमा कर दिए. लेकिन रुपए जमा होने के बाद खाते में लेनदेन बंद हो गया और बाद में खाता ही बंद का दिया गया. पीड़िता को तब ठगी का एहसास हुआ.

ठगी का दूसरा मामला: वहीं दूसरे मामले में विकासनगर निवासी संजोली ने साइबर क्राइम स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई की 5 नवंबर को उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया. जिसमे गूगल रेटिंग और रिव्यूज के नाम पर महिला को एक ग्रुप में जोड़ा गया और ग्रुप में तीन एडमिन थे. उसके बाद 5 नवंबर को महिला को टेलीग्राम ग्रुप में एड किया गया. महिला के पास पहली पेमेंट के तौर पर 2000 रुपए लगाने पर महिला को 2700 रुपए वापस मिले. उसके बाद 6 नवम्बर को 9000 रुपए जाम करवाए, इसके बाद मुनाफे की धनराशि दिख रही थी. लेकिन महिला निकाल नहीं पाई. धीरे-धीरे साइबर ठगों ने महिला से 21 लाख रुपए जमा करवा दिए और उसके बाद ग्रुप से हटा दिया गया.

मामले की जांच कर रही पुलिस: मामलों को लेकर साइबर सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया है कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साइबर पुलिस द्वारा खातों की जांच की जा रही है, जिसमें पीड़िता ने धनराशि जमा कराई थी. साथ ही साइबर पुलिस लगातार आम जनता को जागरूक करने का काम कर रही है.

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