दुमकाः एनजीओ संचालक और अधिवक्ता मधुर कुमार सिंह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं. साइबर अपराधी ने फर्नीचर बेचने के नाम पर उनसे चालीस हजार रुपये की ठगी की है. इस बाबत नगर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
क्या है पूरा मामला
स्थानांतरित सीआरपीएफ अधिकारी के फर्नीचर की खरीद के नाम पर 40 हजार रुपये ठगी का मामला सामने आया है. दुमका के एक एनजीओ संचालक मधुर कुमार सिंह से यह ठगी हुई है. नगर थाना क्षेत्र के कड़हलबिल निवासी मधुर ने मामले की लिखित सूचना नगर और साइबर थाना में दी है. उन्होंने बताया कि 11 फरवरी को दिन के 10:50 बजे उन्हें डीसी गोड्डा के फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से सूचना मिली कि उनके मित्र सीआरपीएफ अधिकारी का स्थानांतरण हो गया है. वह घरेलू सामान बेचना चाहते हैं. आवश्यकता हो तो संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने हामी भर दी, तो एक घंटा के बाद मोबाइल नंबर 9124243374 से कॉल आया. उन्हें सामानों की तस्वीर भेजी गयी और लेने पर उन सभी फर्नीचर को सीआरपीएफ के वैन से भेज देने की बात कही गई.
उपायुक्त की बात होने के कारण मधुर ने ज्यादा सवाल नहीं किया. सामानों की कीमत 85 हजार रुपये बतायी गयी थी. फर्नीचर के अनुरूप उन्हें सौदा महंगा नहीं लगा. ऐसे में अपने काे सीआरपीएफ का अधिकारी बताने वाले उक्त साइबर फ्राॅड ने तत्काल 40 हजार रुपया बैंक ऑफ इंडिया के खाते में मंगवाया. बाकी डिलीवरी के समय देने की बात कही. ऐसे में मधुर सिंह ने दो बार में 20-20 हजार रुपया फोन पे के माध्यम से भुगतान कर दिया. कुछ देर के बाद उस शख्स ने फिर 21750 रुपये भेजने की बात कही. तब जाकर मधुर सिंह को अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है. साथ ही यह पता चला कि जिस डीसी गोड्डा के फेसबुक अकाउंट से उन्हें मैसेज आया था वह भी फर्जी है. इधर पुलिस मामले को दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है.
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