आगरा: ताजनगरी में एक पुलिसकर्मी की पत्नी को अपने फेसबुक फ्रेंड के साथ डेट पर जाना महंगा पड़ गया. फेसबुक फ्रेंड जब फेस-टू-फेस हुआ, तो ठगी कर फरार हो गया. अब वह कॉल भी रिसीव नहीं कर रहा है. फेसबुक से भी युवक ने महिला को ब्लॉक कर दिया है. महिला ने अपने पुलिसकर्मी पति को फेसबुक फ्रेंड की करतूत बताई. जिस पर पीड़िता को लेकर पुलिसकर्मी पति सदर थाना पहुंचा. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
बता दें कि, ताजगंज थाना क्षेत्र निवासी एक पुलिसकर्मी की अलीगढ़ में तैनात है. पुलिसकर्मी की पत्नी से फेसबुक पर एक राज यादव नाम के युवक से दोस्ती हो गई. राज यादव ने पुलिसकर्मी की पत्नी को बताया कि, वो बीएसएफ में है. उसकी दिल्ली में तैनाती है. दोनों में हर रोज चेटिंग होती थी. इसके बाद मोबाइल पर भी दोनों बातें करने लगे. इसकी भनक महिला के पति को नहीं थी.
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यूं बनाया ठगी का शिकार: पीड़िता ने सदर थाना पुलिस को बताया कि, फेसबुक फ्रैंड राज यादव ने आगरा आकर मिलने की बात कही. कहा कि, वो जमीन देख रहा है. 17 लाख रुपये की जरूरत है. इस पर महिला ने उसे पैसे देने से मना कर दिया. इस पर भी वो नहीं माना. उसने महिला को जेवर गिरवी रखने का दबाव बनाया. फेसबुक फ्रैंड राज यादव 26 जून को उससे मिलने आगरा आया. उसने उसे भगवान टाॅकीज पर बुलाया. वो पर्स में अपनी सोने की 4 चूड़ी लेकर गई थी. राज यादव उसे बाइक से मधु नगर में एक रेस्तरां में ले गया. जहां पर लस्सी पिलाई और पर्स में रखीं चूड़ियां मांगने लगा. कहा कि, उसे पैसों की बहुत जरूरत है. उसने रास्ते में उससे चूड़ियां ले लीं. इस पर मैं ऑटो में बैठकर घर आ गई.
पति से छुपाई फेसबुक फ्रैंड की करतूत: पीड़िता ने बताया, कि इसके बाद फेसबुक फ्रैंड राज यादव ने उसे कॉल किया. कहा कि, सोने की चूड़ियां 80 हजार में गिरवी रख दी है. मैंने ये बात अपने पति को नहीं बताई थी. अब उसे कॉल नहीं लग रही है. इसके साथ ही उसने फेसबुक पर भी मुझे ब्लाक कर दिया है. अब ट्रू कॉलर पर उसका नाम प्रदीप कुमार आ रहा है. सदर थाना पुलिस ने पुलिसकर्मी की पत्नी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामला साइबर क्राइम का है. इसलिए, इसमें साइबर थाना पुलिस की मदद ले रही है.
इस बारे में डीसीपी सिटी सूरज राय का कहना है, कि साइबर दुनिया में अनजान दोस्तों से सावधान रहें. ऐसे लोगों की फ्रैंड रिक्वेस्ट भी पूरी जानकारी मिलने पर ही स्वीकार करें. किसी अनजान के रुपयों की मांग करने पर समझ जाएं कि, वो ठगी है. तत्काल साइबर ठग की सूचना पुलिस को दें.
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