रायपुर: छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध के खिलाफ एक्शन में तेजी लाने के मकसद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है. रायपुर में सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ पुलिस के साइबर भवन का उद्घाटन किया. इसके साथ ही पुलिस विभाग की तरफ से तैयार किए गए समाधान और सशक्त मोबाइल ऐप की लॉन्चिंग भी सीएम ने की है. इस मौके पर सीएम ने कहा कि साइबर क्राइम आज के समय की सबसे बड़ी चुनौती है. इसे रोकने के लिए जागरुकता की जरूरत तो है. इसके साथ ही तकनीकी दक्षता का भी होना जरूरी है.
नवा रायपुर में साइबर भवन का उद्घाटन: बुधवार को सीएम साय ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नवा रायपुर में साइबर भवन का उद्घाटन किया है. साइबर भवन के बनने से साइबर अपराध के निपटारे में तेजी आएगी. साइबर क्राइम के केसों के निपटारे में भी मदद मिलेगी क्योंकि यहां पर सारे टूल ऐसे केसों को सॉल्व करने के लिए मौजूद हैं. सारी तकनीकी चीजों को यहां जुटाया गया है जिससे साइबर क्राइम के केसों से निपटने में मदद मिलेगी. बच्चों की सुरक्षा को लेकर यूनिसेफ द्वारा बनाए गए ऑनलाइन मॉड्यूल काफी सहायक हैं
साइबर भवन उदघाटन एवं एमओयू निष्पादन समारोह https://t.co/0mqIG4M1kO
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 4, 2024
सरकार चला रही साइबर जागरुकता कार्यक्रम: सीएम साय ने इस मौक पर बताया कि हमारी सरकार और पुलिस ने अक्टूबर महीने में कुल 410 जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया. जिससे लोगों को साइबर क्राइम के प्रति सतर्क किया जा सके. इसके जरिए प्रदेश के 23 लाख लोगों को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी गई. जनजागरूकता अभियान साइबर क्राइम को रोकने का सबसे अहम कदम है. छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार साइबर क्राइम और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
आज नवा रायपुर में प्रदेश के पहले सायबर भवन का उद्घाटन किया।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 4, 2024
सायबर अपराध तकनीक पर आधारित होती है, इसलिए यह वर्तमान में एक बड़ी चुनौती है। हमारी सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पुलिस तंत्र को सक्षम बना रही है।
जागरूकता सायबर अपराधों को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण कदम है, इसलिए… pic.twitter.com/5FAiWIZ82O
छत्तीसगढ़ पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी और शेयर ट्रेडिंग के बहाने ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह को पकड़ा है. इससे यह साबित होता है कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों को ट्रैक करने में पूरी तरह सक्षम है. सूबे के पुलिस की तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से कोशिशें की जा रही है. आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ हुए MOU इस दिशा में साइबर अपराध और मानव तस्करी के खिलाफ बेहतर काम करेंगे. ऐसे केसों को सुलझाने में यह अनुबंध बेहद कारगर होंगे- विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
अपराध से निपटने के लिए IIM और IIT से अनुबंध: छत्तीसगढ़ पुलिस ने बुधवार को आईआईटी भिलाई और आईईएम रायपुर से अनुबंध किया है. जिसके जरिए साइबर अपराध और मानव तस्करी से निपटने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर के परिसर में स्थित साइबर यूनिट बिल्डिंग के उद्घाटन समारोह के दौरान यह एमओयू हुआ. राज्य पुलिस ने आईआईटी भिलाई और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रायपुर के साथ समझौता किया है. जिसके जरिए डार्क वेब मॉनिटरिंग, सैटेलाइट इमेजरी और प्रेडिक्टिव एनालिसिस में इन संस्थानों की सहायता मिलेगी. छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस कार्य में साइबर अपराध पैटर्न का विश्लेषण करके जोखिम की पहचान करना और चेहरे की पहचान के माध्यम से आपराधिक गतिविधि की पहचान करने में मदद मिलेगी.
आईआईटी और पुलिस बेहतर और अधिक प्रभावी उपकरणों के साथ पुलिस निगरानी तंत्र को बढ़ाने की दिशा में काम करेगी. इसके अलावा डिजिटल वित्तीय लेनदेन की निगरानी के लिए एक ढांचा विकसित किया जाएगा. इसी तरह पुलिस और आईआईएम मानव तस्करी पर अध्ययन करेगी. छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी की प्रकृति, विभिन्न कारकों, पीड़ितों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर एक ठोस ढांचा तैयार करेगी. इसके साथ ही जो लोग मानव तस्करी से बचे हैं उनसे चर्चा कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी. जिससे मानव तस्करी के आरोपियों पर कार्रवाई की जा सके- छत्तीसगढ़ पुलिस
"हमारी सरकार पुलिस तंत्र को कर रही विकसित": सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार पुलिस तंत्र के विकास के लिए कार्य कर रही है. हमारी सरकार ने पुलिस तंत्र को न केवल पुनर्जीवित किया, बल्कि इसे एक प्रभावी प्रणाली में तब्दील किया है. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ की. उन्होंने कहा कि बस्तर में पुलिस ने नक्सलवाद को सीमित करने में बेहतरीन कार्य किया है. ऐसा हमारी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और रणनीतिक प्रयासों की वजह से हुआ है. हमारी सरकार ने साइबर अपराध से निपटने के लिए खास पहल की है.साइबर जागरूकता पखवाड़े के जरिए हमने लोगों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के लिए जागरुक किया है.