ETV Bharat / state

मालामाल कर देंगे एप्पल बेर, आपके खेतों में भी लगे हैं देसी बेर के पेड़, तो बनने वाले हैं लखपति - Apple Plum Make Farmers millionaire - APPLE PLUM MAKE FARMERS MILLIONAIRE

वैसे अब देश में विदेशी फलों की खेती का चलन तेजी से बढ़ा है. ड्रैगन फ्रूट हो या फिर स्ट्रॉबेरी लोग कम कीमत में इन विदेशी फलों का आनंद लेना चाहते हैं. ऐसे ही विदेश फलो में से एक है थाई एप्पल बेर. यह दिखने में ग्रीन सेब और स्वाद में बेर की तरह होता है. खास बात यह है कि कम समय में आप भी देसी बेर से ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं. कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बता रहे हैं कि देसी बेर से कैसे एप्पल बेर की पैदावार की जाती है.

Apple Plum Make Farmers millionaire
देसी बेर की खेती से किसान कमा सकते हैं लाखों रुपये (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 28, 2024, 4:06 PM IST

Updated : May 28, 2024, 4:16 PM IST

Thai Apple Plum Making Farmer millionaire: आज के समय में विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है कि कब कहां क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता, बदलते वक्त के साथ खेती किसानी में भी बहुत कुछ बदल चुका है और कई ऐसी वैज्ञानिक पद्धतियां आ चुकी हैं, जिससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है. आजकल पेड़ों में ग्राफ्टिंग का दौर काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है और ग्राफ्टिंग के इस जमाने में अगर हम कहें कि आप देसी बेर के पेड़ से भी लखपति बन सकते हैं तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी.

देसी बेर में ग्राफ्टिंग तकनीक से किसान कमा सकते हैं लाखों रुपये (ETV Bharat)

देसी बेर से किसान ऐसे बने सकते हैं लखपति

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "जहां तक बेर(Ber) की फसल की बात है तो अपने क्षेत्र में आज भी ज्यादातर जमीन बेकार पड़ी हुई है. जिसका किसान कोई उपयोग नहीं करते हैं, वहां अपने आप ही झाड़, पेड़ पौधे जम आते हैं, खासतौर पर बेरी अपने आप ही जम जाती है. एक तो उसको भी एप्पल बेर में बदल सकते हैं और दूसरा है कि अगर खाली पड़ी हुई जमीन है, वहां पर हम देसी बेर की प्लान्टिंग कर सकते हैं. इसके लिए कोई बहुत ज्यादा साधनों की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए सामान्य तौर पर जो देसी बेर होते हैं उसकी गुठलियों को इकठ्ठा करके उन गुठलियों को फोड़ कर उसके अंदर जो चिरौंजी जैसी चीज निकलती उसे निकाल करके एक पॉलिथीन में लगा सकते हैं या सीधे खेतों में लगा सकते हैं. अगर अभी गर्मियों में लगाएंगे तो बरसात में जम जाएगा या कई जगहों पर तो बरसात में अपने आप ही उग जाएगा. उसे 5 बाई 5 मीटर की दूरी पर आप लगा सकते हैं."

grafting in desi ber tree
देसी बेर को 'एप्पल बेर' में बदलने के लिए ग्राफ्टिंग (ETV Bharat)

देसी बेर को 'एप्पल बेर' में ऐसे करें तब्दील

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "देसी बेर को बड़ी आसानी से थाई बेर या एप्पल बेर में बदल सकते हैं. जब देसी बेर का पौधा जो आप लगाए हुए हैं वो 1 साल का हो जाए तो फरवरी मार्च के महीने में उसे 6 इंच छोड़कर पूरी तरह से उसे आप काट दें और इसके बाद में मई तक में उसमें कल्ले निकल आते हैं. इसके बाद में 15 मई के आसपास उसमें एप्पल बेर जिसे थाई बेर भी कहते हैं, उसकी ग्राफ्टिंग करवाते हैं, उसकी ग्राफ्टिंग बहुत सरलता और सरल रूप से हो जाती है. 90% तक इसका सक्सेस रेशियो है. इसमें आपको किसी तरह की सिंचाई की जरूरत नहीं है, बस समय-समय पर थोड़ी कटाई छटाई की जरूरत पड़ती है, अन्यथा आप इसे अपने बाड़ी में या खेत में आसानी से खेती कर सकते हैं."

लाखों रुपये की हो सकती है आमदनी

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "देसी बेर में अगर आप एप्पल बेर या थाई बेर की ग्राफ्टिंग करते हैं तो लाखों रुपए तक कमा सकते हैं. 2 साल के अंदर इसमें अच्छे खासे फल आने लग जाएंगे. जिस एप्पल बेर कि हम बात कर रहे हैं ये कम से कम ₹50 किलो तक बाजार में बड़े आसानी से बिक जाते हैं और समय के अनुसार चार-पांच साल में एक पौधे से कम से कम 50 किलो के आसपास उपज प्राप्त होती है. इसमें इतनी जबरदस्त फ्लॉवेरिंग और फ्रूटिंग होती है कि कई बार इसमें नीचे से हमको पौधे को सहारा देना पड़ता है जिससे पौधे की शाखाएं ना टूट जाएं. इसके फल काफी बड़े होते हैं और बाजार में इसकी बहुत ज्यादा डिमांड है."

Fruit Cultivation thai apple plum
देसी बेर से किसान बने सकते हैं लखपति (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

पीच से महिला किसान बनी करोड़पति, आब-ओ-हवा में ऐसा कमाल कि हिमालय के फल जबलपुर में उगने लगे

लीची बन सकती है किसानों की आय का नया साधन, जबलपुर के सुधीर को लीची ने दिलाया गजब मुनाफा

बाजार में काफी डिमांड

एप्पल बेर जिसे यहां थाई बेर के नाम से भी जाना जाता है, इसकी बाजार में इतनी ज्यादा डिमांड है कि ये हाथों हाथ बिक जाता है. अगर हम शहडोल जिले की बात करें तो शहडोल जिले में महाराष्ट्र और राजस्थान से ये बेर आते हैं और 50 से ₹80 किलो तक बिकता है. ताज़ा फ्रूट होने पर लोग 100 रुपये किलो तक लेने को तैयार हो जाते हैं. जिसकी हम यहां पर बड़ी सरलता सुगमता से कहीं पर भी ग्राफ्टिंग करके उगा सकते हैं. ये अभी ग्राफ्टिंग का सीजन चल रहा है, फरवरी मार्च में जो भी कटिंग कर दिया है, उसमें आप ग्राफ्टिंग करवा सकते हैं. अगर आपसे ग्राफ्टिंग नहीं बनती है तो उद्यानिकी विभाग के माली को ले जाकर के अपने खेतों में ग्राफ्टिंग करवा सकते हैं.

Thai Apple Plum Making Farmer millionaire: आज के समय में विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है कि कब कहां क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता, बदलते वक्त के साथ खेती किसानी में भी बहुत कुछ बदल चुका है और कई ऐसी वैज्ञानिक पद्धतियां आ चुकी हैं, जिससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है. आजकल पेड़ों में ग्राफ्टिंग का दौर काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है और ग्राफ्टिंग के इस जमाने में अगर हम कहें कि आप देसी बेर के पेड़ से भी लखपति बन सकते हैं तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी.

देसी बेर में ग्राफ्टिंग तकनीक से किसान कमा सकते हैं लाखों रुपये (ETV Bharat)

देसी बेर से किसान ऐसे बने सकते हैं लखपति

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "जहां तक बेर(Ber) की फसल की बात है तो अपने क्षेत्र में आज भी ज्यादातर जमीन बेकार पड़ी हुई है. जिसका किसान कोई उपयोग नहीं करते हैं, वहां अपने आप ही झाड़, पेड़ पौधे जम आते हैं, खासतौर पर बेरी अपने आप ही जम जाती है. एक तो उसको भी एप्पल बेर में बदल सकते हैं और दूसरा है कि अगर खाली पड़ी हुई जमीन है, वहां पर हम देसी बेर की प्लान्टिंग कर सकते हैं. इसके लिए कोई बहुत ज्यादा साधनों की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए सामान्य तौर पर जो देसी बेर होते हैं उसकी गुठलियों को इकठ्ठा करके उन गुठलियों को फोड़ कर उसके अंदर जो चिरौंजी जैसी चीज निकलती उसे निकाल करके एक पॉलिथीन में लगा सकते हैं या सीधे खेतों में लगा सकते हैं. अगर अभी गर्मियों में लगाएंगे तो बरसात में जम जाएगा या कई जगहों पर तो बरसात में अपने आप ही उग जाएगा. उसे 5 बाई 5 मीटर की दूरी पर आप लगा सकते हैं."

grafting in desi ber tree
देसी बेर को 'एप्पल बेर' में बदलने के लिए ग्राफ्टिंग (ETV Bharat)

देसी बेर को 'एप्पल बेर' में ऐसे करें तब्दील

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "देसी बेर को बड़ी आसानी से थाई बेर या एप्पल बेर में बदल सकते हैं. जब देसी बेर का पौधा जो आप लगाए हुए हैं वो 1 साल का हो जाए तो फरवरी मार्च के महीने में उसे 6 इंच छोड़कर पूरी तरह से उसे आप काट दें और इसके बाद में मई तक में उसमें कल्ले निकल आते हैं. इसके बाद में 15 मई के आसपास उसमें एप्पल बेर जिसे थाई बेर भी कहते हैं, उसकी ग्राफ्टिंग करवाते हैं, उसकी ग्राफ्टिंग बहुत सरलता और सरल रूप से हो जाती है. 90% तक इसका सक्सेस रेशियो है. इसमें आपको किसी तरह की सिंचाई की जरूरत नहीं है, बस समय-समय पर थोड़ी कटाई छटाई की जरूरत पड़ती है, अन्यथा आप इसे अपने बाड़ी में या खेत में आसानी से खेती कर सकते हैं."

लाखों रुपये की हो सकती है आमदनी

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह बताते हैं कि "देसी बेर में अगर आप एप्पल बेर या थाई बेर की ग्राफ्टिंग करते हैं तो लाखों रुपए तक कमा सकते हैं. 2 साल के अंदर इसमें अच्छे खासे फल आने लग जाएंगे. जिस एप्पल बेर कि हम बात कर रहे हैं ये कम से कम ₹50 किलो तक बाजार में बड़े आसानी से बिक जाते हैं और समय के अनुसार चार-पांच साल में एक पौधे से कम से कम 50 किलो के आसपास उपज प्राप्त होती है. इसमें इतनी जबरदस्त फ्लॉवेरिंग और फ्रूटिंग होती है कि कई बार इसमें नीचे से हमको पौधे को सहारा देना पड़ता है जिससे पौधे की शाखाएं ना टूट जाएं. इसके फल काफी बड़े होते हैं और बाजार में इसकी बहुत ज्यादा डिमांड है."

Fruit Cultivation thai apple plum
देसी बेर से किसान बने सकते हैं लखपति (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

पीच से महिला किसान बनी करोड़पति, आब-ओ-हवा में ऐसा कमाल कि हिमालय के फल जबलपुर में उगने लगे

लीची बन सकती है किसानों की आय का नया साधन, जबलपुर के सुधीर को लीची ने दिलाया गजब मुनाफा

बाजार में काफी डिमांड

एप्पल बेर जिसे यहां थाई बेर के नाम से भी जाना जाता है, इसकी बाजार में इतनी ज्यादा डिमांड है कि ये हाथों हाथ बिक जाता है. अगर हम शहडोल जिले की बात करें तो शहडोल जिले में महाराष्ट्र और राजस्थान से ये बेर आते हैं और 50 से ₹80 किलो तक बिकता है. ताज़ा फ्रूट होने पर लोग 100 रुपये किलो तक लेने को तैयार हो जाते हैं. जिसकी हम यहां पर बड़ी सरलता सुगमता से कहीं पर भी ग्राफ्टिंग करके उगा सकते हैं. ये अभी ग्राफ्टिंग का सीजन चल रहा है, फरवरी मार्च में जो भी कटिंग कर दिया है, उसमें आप ग्राफ्टिंग करवा सकते हैं. अगर आपसे ग्राफ्टिंग नहीं बनती है तो उद्यानिकी विभाग के माली को ले जाकर के अपने खेतों में ग्राफ्टिंग करवा सकते हैं.

Last Updated : May 28, 2024, 4:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.