पूर्णियाः बंगाल की खाड़ी से उठा 'डाना' साइक्लोन पूर्णिया के सीमांचल के किसानों की कमर तोड़कर रख दी. खेत में लगे आलू और धान फसल की फसल बर्बाद हो गयी है. रुपौली, बड़हरा कोठी, श्रीनगर जैसे इलाकों में इसका असर देखने को मिला. फसल नुकसान को लेकर किसानों के चेहरे पर की झूरी साफ दिख रही है. उन्होंने बताया कि साइक्लोन ने उनके मुंह से दाना छीन लिया.
पूर्णिया में बारिशः बता दें कि बंगाल बॉर्डर इलाके में रहने के कारण सीमांचल में डाना साइक्लोन का असर काफी देखने को मिला. इसके कारण जमकर बारिश भी हुई. मौसम विभाग के सहायक वैज्ञानिक राकेश कुमार ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठा 'डाना' साइक्लोन के कारण जिले में 101 मिली मीटर बारिश हुई. बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 5 से 6 डिग्री गिरावट आई.
धान की फसल को नुकसानः किसानों के अनुसार रुपौली, बड़हरा कोठी, श्रीनगर और अमौर में कई खेतों में लगी धान और आलू की फसल बर्बाद हो गई है. तेज हवा और बारिश के कारण कई किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों ने बताया कि रुपौली में आधा दर्जन किसान की 3 एकड़ में लगी धान की फसल नष्ट हो गई. खेत में बिखड़ी धान की फसल को तस्वीरों में देखा जा सकता है.
आलू की फसल खराबः खेतों में जमे पानी को किसान बाल्टी से निकाल रहे हैं. ताकि फसल की बर्बादी कम हो. रुपौली में आलू की खेती करने वाले किसान को भी नुकसान पहुंचा है. यहां 10 कट्ठा में लगे आलू के खेत में बारिश का पानी भर गया. डाना साइक्लोन की वजह से फसलों को काफी क्षति पहुंची है.
"डाना के कारण कई एकड़ में लगी फसल नष्ट हो गयी है. धान और आलू की फसल ज्यादा खराब हुई है. सरकार से मांग है कि हमलोगों को मुआवजा दिया जाए. बारिश ने हमलोगों के मुंह से दाना छीन लिया." -पूर्णिया के किसान
यह भी पढ़ेंः साइक्लोन 'डाना' के चलते बिहार में 20 जिलों में अलर्ट, आसमान पर छाए काले बादल