रायबरेली: जेठ के महीने में पड़ रही प्रचंड गर्मी से चारों तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है. वहीं सूखी नहरें किसानों के साथ साथ जीव जंतुओं के लिए पानी की समस्या भी पैदा कर रहे हैं. भीषण गर्मी को देखते हुए शासन ने जिला अधिकारियों को पानी की व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं.
आदेश के मुताबिक नहरों और तलाबों में पानी की व्यवस्था दुरुस्त की जानी चाहिए, लेकिन रायबरेली के डार्क जोन कहे जाने वाले सरेनी और खीरों क्षेत्र में नहर और तालाबों का पानी सूख गया है. इलाके के खजूर गांव रजबहा की नहरें सूखी हुई हैं. इसके कारण खेतों में धान के लिए तैयार किए बेरन सूखते जा रहे हैं. यही नहीं सूखी नहरों व तलाबों के कारण पशु व पक्षियों को भी पानी नसीब नहीं हो रहा है.
किसान कमला शंकर ने बताया कि नहर तो सूखी पड़ी है. कभी इसमें पानी नहीं आता है. उच्च अधिकारियों की अनदेखी के कारण नहर से हमें कोई फायदा नहीं हो रहा है. शासन के आदेश का असर अधिकारियों पर नजर नहीं आ रहा है. पानी यदि नहर में आ जाए तो सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. पशु पक्षियों के लिए भी पानी उपलब्ध हो सकेगा, लेकिन फिलहाल नहरों में पानी नहीं आ रहा है. ऐसा नहीं है कि इसमें पानी कभी नहीं आया.
इससे पहले भी पानी आता रहा. जिससे हम लोग को फायदा मिला. पानी को नहरों में भेजा जाए ताकि हम लोगों को फायदा मिल सके. किसान राम किशोर का कहना है कि नहर में पानी न आने से समस्या बिकराल होती जा रही है. खेतों में धान की बेरन सूख रही है. इससे धान की पैदावार प्रभावित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है.
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