नवादाः बिहार के नवादा के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक कुख्यात अपराधी सुधांशु कुमार उर्फ लाला को गिरफ्तार कर लिया है, जो सौर पंचायत के दौलतपुर निवासी रिटायर लिपिक उपेंद्र सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी था, जिस पर 25 हजार के इनाम थे. अपराधी सुधांशु कुमार दौलतपुर गांव के ही अनिल सिंह का पुत्र है. वारिसलीगंज पुलिस ने इसके पास से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
नवादा में 25 हजार का इनामी गिरफ्तारः पकरीबरावा एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर टीम गठित कर सकरी नदी पुल के दक्षिण में एक पान गुमटी के से पास सुधांशु कुमार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी को पकड़ने के लिए सरकार द्वारा 25 हजार रुपए का इनाम घोषित भी किया गया था. दरअसल 11 जुलाई 2023 को वारिसलीगंज एसएन सिन्हा कॉलेज के पीछे नवनिर्मित मकान में घुसकर उपेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद एक आरोपी गुड्डु को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. जबकि मुख्य आरोपी सुधांशु कुमार उर्फ लाला फरार चल रहा था.
"गुप्त सूचना के आधार पर टीम गठित कर आरोपी को पकड़ा गया. हत्या का एक और आरोपी सुधांशु कुमार के भाई गुड्डु को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. शुटर राहुल सिंह, महेश कुमार सिंह भी जेल में बंद है. सुधांशु और उसके साथियों ने मिलकर 11 जुलाई 2023 को एक नवनिर्मित मकान में घुसकर उपेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी. गुड्डु ने उपेंद्र सिंह की हत्या की साजिश बेउर जेल से रची थी. वो पहले से ही 2018 में विवेकानन्द सिंह की हत्या मामले में बेउर जेल में बंद है"- महेश चौधरी, एसडीपीओ
बदले की भावना से की गई थी हत्याः अनुसंधान के दौरान तथ्य सामने आया कि दौलतपुर गांव में वर्ष 2017 में अनिल सिंह की पत्नी को डायन का आरोप लगाते हुए अर्धनग्न अवस्था में पूरे गांव में कुछ लोगों के द्वारा घुमाया गया था, उक्त घटना में मृतक उपेन्द्र सिंह के अलावे विवेकानन्द सिंह की भी अहम भुमिका थी. मां के साथ हुई घटना का बदला लेने के लिए अनिल सिंह के पुत्र गुड्डू सिंह और उसके साथियों द्वारा वर्ष 2018 में विवेकानन्द सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद गुड्डू सिंह अपराधी बन गया और अपने बहनोई के चचेरे भाई कुख्यात अपराधकर्मी बकमा निवासी रघुनाथ सिंह के संरक्षण में अपराध करने लगा.
दो आरोपी बेउर जेल पटना में बंदः अभी रघुनाथ सिंह और गुड्डू सिंह हत्याकांड में बेउर जेल पटना में बंद है. दोनों जेल से ही षडयंत्र रचते रहे. गुड्डू सिंह ने अपने छोटे भाई सुधांशु कुमार उर्फ लाला और रघुनाथ सिंह के बड़े भाई रामानन्द सिंह के होने वाले साले राहुल सिंह और महेश कुमार सिंह के साथ मिलकर बदला लेने के उदेश्य से उपेन्द्र सिंह की भी हत्या करा दी. उपेन्द्र सिंह की हत्या के बाद परिजनों ने मामला दर्ज कराया. इसके बाद गठित टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कांड का उद्भेदन किया गया.
SIT ने सुधांशु को भी किया गिरफ्तारः घटना के मुख्य आरोपी शुटर राहुल सिंह, महेश कुमार सिंह को ओनामा थाना शेखपुरा सराय जिला शेखपुरा को मात्र 5 दिन के अन्दर एक देसी लोडेड कट्टा और अपाची मोटरसाईकल के साथ पकड़ लिया गया था. फरार अभियुक्त सुधांशु कुमार उर्फ लाला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस निरंतर छापेमारी कर रही थी. माननीय न्यायालय के आदेशानुसार इसके घर की कुर्की भी की गई थी. चुकी है. इसी बीच 19.1.2024 को गठित एसआईटी द्वारा वारिसलीगंज थाना अंतर्गत ग्राम दरियापुर पुलपान गुमटी के पास से सुधांशु कुमार उर्फ लाला को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.